मजबूरी में आ तो गए लेकिन फिर कभी इस जिले में ना रखेंगे कदम
कर्तव्यनिष्ठ प्रशासन को जनपद भ्रमण पर आए लोगों ने दिखाया आईना
-वेद प्रकाश सिंह 'लल्ला'
आजमगढ़। मंडल मुख्यालय की टूटी फूटी सड़कें और शहर में घुसते ही कचरे के ढेर से उठ रही दुर्गंध से सामना होने के बाद सुदूर क्षेत्रों से जिले के पौराणिक स्थलों पर भ्रमण के लिए आयी युवाओं की टीम ने जनपदवासियों के साथ ही जिला प्रशासन को आईना दिखाने का कार्य किया। जिले में ऐतिहासिक स्थलों की खोज में निकले युवाओं के मुंह से बरबस यही निकला कि शायद इस जनपद के लोगों को कचरा पसंद है। इससे बड़ी शर्मिंदगी की बात इस जनपद के लोगों को और क्या हो सकती है। इतना ही नहीं शहर में लगे जाम के झाम से जूझ रहे लोगो के मुंह से निकले ये शब्द सभी को चुप रहने को मजबूर कर गए। भला हो जिला प्रशासन और जिम्मेदार नगर पालिका प्रशासन को जिनकी वजह से गैर जनपदों से आए लोगों ने शहरवासियों का सिर शर्म से झुका दिया। इन युवाओं को सड़क की टूटी-फूटी हालत देखने के बाद जब शहर के मध्य में स्थित पुरानी जेल के पास जमा किए गए कचरों के अंबार से उठ रही दुर्गंध का सामना करना पड़ा तो सभी नाक बंद करने के लिए मजबूर हो गए। इस दौरान कुछ युवाओं की टोली से समाचार लेखक का सामना हुआ और युवाओं के मुंह से निकले शर्मनाक शब्द उसे चुप रहने के लिए विवश कर गए। युवाओं के वह शब्द लेखक के कानों में गूंजते रहे। खुद को शर्मिंदगी का अहसास करते हुए लेखक भी जिला और नगर पालिका प्रशासन को कोसने के लिए मजबूर होना पड़ा। इन सब बातों को को देख तो अब यही लिखना पड़ेगा कि दुर्गंध का सामना हो तो समझे आप शहर आजमगढ़ में हैं और मंडल मुख्यालय आपकी सेवा के लिए तत्पर है।