आजमगढ़ : सुरक्षा की मांग को लेकर समर्थकों संग थाने में धरने पर बैठे पूर्व ब्लाक प्रमुख

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कहा प्रशासन जेल में डाले या निष्पक्ष चुनाव के लिए कसे कमर


रिपोर्ट - कमलेश राय

जहानागंज, आजमगढ़। पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब प्रदेश सरकार ने चुनाव आयोग की सहमति से जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव हेतु तिथि घोषित कर दी है। इसके बाद दोनों पदों के लिए समर्थन जुटाने के लिए जोड़-तोड़ शुरू हो गई है। इसके लिए धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल जोरों पर है। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण शुक्रवार को जहानागंज विकासखंड क्षेत्र में देखने को मिला। जब ब्लॉक प्रमुख पद के लिए मैदान में कूदे एक प्रत्याशी के हथियारबंद लोग समर्थन जुटाने के लिए एक क्षेत्र पंचायत सदस्य के घर पहुंच गए और उसे धमकाने लगे। इतना ही नहीं हथियारों से लैस लोगों ने उस क्षेत्र पंचायत सदस्य को अपने साथ ले जाने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण वह अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सके। इस बात की जानकारी होने पर पूर्व ब्लाक प्रमुख रमेश कनौजिया अपने समर्थकों के साथ पीड़ित बीडीसी के घर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी के बाद वह सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर जहानागंज थाना परिसर में धरने पर बैठ गए। इस दौरान वहां मौजूद भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भी प्रशासन के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली। धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि सरकार निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आगे आए अन्यथा हमें सुरक्षा की दृष्टि से जेल में डाल दे। सत्ताधारी दल के लोगों का यह कथन प्रशासन व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा करता है।

बताते हैं कि बड़हलगंज (द्वितीय) मोहिउद्दीनपुर से क्षेत्र पंचायत सदस्य पद हेतु निर्वाचित मैनुल शुक्रवार को अपने घर मौजूद थे। सुबह करीब 10.30 बजे दर्जनभर की संख्या में हथियारों से लैस लोग उसके घर पहुंची और अपने प्रत्याशी के लिए समर्थन की मांग करते हुए उसे धमकाने लगे। इसके बाद हथियारबंद लोग मैनुल को अपने साथ ले जाने की जिद करने लगे। यह देख वहां मौजूद ग्रामीणों का विरोध शुरू हो गया, जिसके कारण असलहों से लैस लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। इस बात की जानकारी जब प्रमुख पद के लिए भाग्य आजमा रहे पूर्व ब्लाक प्रमुख रमेश कनौजिया को हुई तो वह भी अपने समर्थकों के साथ पीड़ित बीडीसी के घर पहुंच गए। आपबीती सुनने के बाद पूर्व प्रमुख क्षेत्र के भाजपा नेताओं के साथ जहानागंज थाने पहुंचे और सुरक्षा एवं निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। इस मौके पर वहां मौजूद भाजपा के लोगों ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि अपराधी जेल की सलाखों के पीछे हैं और चुनाव में किसी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं हो सकता लेकिन जहानागंज के साथ ही पूरे जिले में गुंडे व अपराधी ब्लाक प्रमुख व जिला पंचायत अध्यक्ष पद पद के लिए चुनाव लड़ रहे लोगों के पक्ष में मतदाताओं को धमकाने तथा उन्हें जबरन उठा ले जाने का कार्य कर रहे हैं। इस तरह की शिकायत संज्ञान में आने के बाद ही प्रशासन की मौन साधना समझ से परे है। पूर्व प्रमुख रमेश कनौजिया एवं मंडल अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने कहा कि जब हमारे जान-माल की सुरक्षा ही नहीं हो सकती तो हम चुनाव में भागीदारी कैसे कर सकते हैं। ऐसे में हम थाने पर गिरफ्तारी देने के लिए आए हैं। ताकि पुलिस हमें गिरफ्तार करके किसी सुरक्षित स्थान पर भेजे ताकि हमारे जानमाल की सुरक्षा हो सके। क्षेत्र के भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता प्रशासन की शिथिलता के रवैये से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं।







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