आजमगढ़: जिले में लघु उद्योग का रूप धारण कर चुका है शराब का अवैध कारोबार

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हमेशा नकली शराब से होने वाली मौतों के बाद जागता है प्रशासन
-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। जिले में नकली शराब का अवैध कारोबार लघु उद्योग का रूप धारण कर चुका है। इस काले कारोबार से जनपद का कोई भी कोना अछूता नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि इस बात की जानकारी पुलिस या आबकारी विभाग को नहीं होती। सब कुछ बड़े पैमाने पर पुलिस, आबकारी व शराब माफियाओं के गठजोड़ की बदौलत बदस्तूर जारी रहता है। कभी- कभार नकली शराब के सेवन से जब दर्जनों लोग असमय काल-कवलित होते हैं तो जिले का प्रशासन अचानक जाग जाता है। इसका ताजा प्रमाण जनपद में इन दिनों शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान और होने वाली बरामदगी को देखकर लगाया जा सकता है। आप सभी को याद होगा कि कुछ वर्ष पूर्व जनपद के सगड़ी एवं सदर तहसील क्षेत्र में नकली शराब के सेवन से तीन दर्जन से ज्यादा लोग मौत के मुंह में समा गए थे। उस दौरान इस काले कारोबार के मुख्य सरगना मुलायम यादव सहित कईयों पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की थी। इस अवैध धंधे के बलबूते पर बनाई गई करोड़ों की संपत्ति पुलिस द्वारा जब्त की गई थी। पुलिस की इस कार्रवाई से कुछ समय के लिए यह धंधा थम गया लेकिन कुछ ही समय के बाद भूमिगत हुए शराब माफिया पुनः अपने काम में सक्रिय हो गए। यह सब कुछ पुलिस व आबकारी विभाग के साथ ही शराब का अवैध कारोबार करने वालों के बीच चल रहे गठजोड़ के चलते फलता- फूलता है। ऐसा नहीं है कि जनपद के पवई एवं दीदारगंज थाना क्षेत्र में यह घटना पहली बार हुई है। इसके पूर्व बरदह थाना क्षेत्र के ग्राम इरनी, निजामाबाद क्षेत्र के परसहां गांव में नकली शराब के सेवन से दर्जनों लोगों की मौतें हो चुकी हैं। आज भी तमाम लोग नकली शराब के सेवन से दिव्यांगता का शिकार होकर दुश्वारियां की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। मौतों का यह सिलसिला तभी थमेगा जब प्रशासन नकली शराब के कारोबार पर अंकुश लगा सकेगा, लेकिन क्या यह संभव है। ऐसा तो नहीं लगता, कारण कि इसके लिए प्रशासनिक चैकसी के साथ ही कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों की जनपद को जरूरत है। अन्यथा नकली शराब के सेवन से मौतों का सिलसिला चलता रहेगा। हैरतअंगेज बात तो यह कि नकली शराब के कारोबार में लिप्त लोग अब सरकारी शराब की दुकानों से अपने काले कारोबार को संचालित कर रहे हैं। ज्यादा मुनाफा कमाने के लालच में शराब दुकानों के अनुज्ञापी व सेल्समैन भी इस अवैध कारोबार में संलिप्त रहते हैं।

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