आजमगढ़: मण्डलायुक्त ने तीन अधिकारियों का एक दिन का रोका वेतन

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शिक्षा विभाग एवं स्थानीय निकाय संस्थाओं में बड़ी संख्या में आडिट आपत्तियाॅं लम्बित मिलने पर व्यक्त की नाराजगी, कहा निस्तारण का माहवार विवरण उपलब्ध करायें
आजमगढ़ 26 मार्च। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने मण्डल के जनपदों में लम्बित आडिट आपत्तियों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो आपत्तियों विगत कई वर्षों से लम्बित हैं उन्हें प्राथमिका के आधार पर निस्तारण कराया जाय। उन्होंने इस सम्बन्ध में अपर आयुक्त (प्रशासन) को निर्देश दिया कि स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग द्वारा प्रस्तुत अनिस्तारित आपत्तियों की सूची अनुसार सम्बन्धित अधिकारियों से तैयार पैरा का प्रतिमाह विवरण प्राप्त किया जाय। मण्डलायुक्त श्री पन्त शुक्रवार को अपने कार्यालय के सभागार में लम्बित आडिट आपत्तियों के निस्तारण एवं अनुपालन कार्यवाही हेतु गठित अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में बलिया के जिला विद्यालय निरीक्षक एवं सम्बन्धित लेखाधिकारी तथा आजमगढ़ नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी के अनपुस्थित रहने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए इन तीनों अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने निर्देश दिया कि इन्हें अगले सप्ताह बुलाकर स्थिति स्पष्ट कराई जाय, यदि तत्समय भी इनमें से कोई अधिकारी नहीं आता है तो उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही हेतु शासन को संस्तुति भेजी जाय।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने समीक्षा में पाया कि बेसिक शिक्षा समितियों तथा जूनियर हाई स्कूलों की आजमगढ़ में विगत वर्षों से आडिट आपत्तियाॅं बड़ी संख्या में लम्बित हैं। उन्होंने इस स्थिति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए अपर आयुक्त-प्रशासन को निर्देश दिया कि पिछले 5 वर्षों के अन्दर प्राप्त आडिट आपत्तियों एवं निस्तारित आपत्तियों का विवरण प्राप्त करें, यदि आडिट आत्तियाॅं बढ़ रही हैं तो इसके लिए सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए स्पष्ट संस्तुति सहित आख्या उपलब्ध करायें। इसी प्रकार मऊ में भी जूनियर हाई स्कूलों में आडिट आपत्तियों बड़ी संख्या में लम्बित पाई गयी, जबकि बलिया में गत वर्ष मंे लगभग 500 आडिट आपत्तियों का निस्तारण होना पाया गया। उन्होंने माध्यमिक विद्यालयों की समीक्षा में पाया कि आजमगढ़ एवं मऊ में कई हजार आडिट आपत्तियाॅं अनिस्तारित हैं, जिसपर सम्बन्धित लेखाधिकारियों को निर्देशित किया कि इनके निस्तारण हेतु प्राथमिकता के आधार पर अनुपालन आख्या तैयार कराई जाये तथा आगामी अप्रैल, मई एवं जून हेतु लक्ष्य निर्धारित करते हुए पैरा तैयार कराकर माहवार रिपोर्ट उपलब्ध करायें। जबकि बलिया आपत्तियों के निस्तारण के सम्बन्ध में वस्तुस्थिति से अवगत कराने हेतु वहाॅं के जिला विद्यालय निरीक्षक एवं सम्बन्धित लेखाधिकारी बैठक में उपस्थित नहीं थे, जिस पर मण्डलायुक्त ने दोनों अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने स्थानीय निकायों की समीक्षा के दौरान नपा आजमगढ़ एवं एवं नपा बलिया के साथ मण्डल की कई निकाय संस्थाओं में भारी संख्या में आडिट आपत्तियाॅं विगत कई वर्षों से लम्बित हैं, जो निस्तारित नहीं कराई जा रही हैं। उन्होंने इस स्थिति पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए समस्त निकायों के ईओ को निर्देशित किया कि तत्काल अनुपालन आख्या कराई जाय। उन्होने अपर आयुक्त को निर्देश दिया मण्डल की सभी नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायतों से वर्ष 2015 से पूर्व तथा 2015 के बाद प्राप्त आपत्तियों एवं उसके निस्तारण आदि का पूर्ण विवरण प्राप्त कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। समीक्षा में विदित हुआ कि नपा आजमगढ़ में वर्ष 2018-19 में काफी अधिक संख्या में आडिट आपत्तियाॅं आई हैं, परन्तु उनके निस्तारण के सम्बन्ध में कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। इस सम्बन्ध में वस्तुस्थिति से अवगत कराने हेतु ईओ आजमगढ़ उपस्थित नहीं थे, जिस पर मण्डलायुक्त ने उनका एक दिन का वेतन रोकन हेतु निर्देशित किया। इस अवसर पर अपर आयुक्त (प्रशासन) अनिल कुमार मिश्र, उप निदेशक, स्थानीय निधि लेखा परीक्षा एसपी चैरसिया, जिला लेखा परीक्षा अधिकारी आशुतोष कुमार राय, सहायक लेखा परीक्षाधिकारी भागवेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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