सर सैयद अहमद खान के शिक्षा मिशन, आधुनिक सोच और समाज सुधार की भावना को आज भी प्रासंगिक-मोहम्मद नोमान, प्रबंधक
आजमगढ़। कोटिला चेकपोस्ट स्थित आजमगढ़ पब्लिक स्कूल में महान शिक्षाविद्, समाज सुधारक और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैयद अहमद खान की जयंती को समर्पित सर सैयद डे अत्यंत उत्साह, श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. जावेद अख्तर (वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ) ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अंजनी कुमार मिश्रा, रजिस्ट्रार, महराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय, उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में गुलशनोवर (पीसीएस), रिजवान अहमद (पीसीएस) तथा प्रो. सरफराज नवाज उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ स्काउट-गाइड के होनहार छात्रों द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य सम्मानित अतिथियों के स्वागत से हुआ।
इसके बाद विद्यालय प्रांगण में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जो विकास, शिक्षा और ज्ञान की निरंतरता का प्रतीक था। इस पहल ने पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ विकास और प्रबोधन के वृक्ष का संदेश भी दिया। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं अन्य सम्मानित अतिथियों का पुष्पगुच्छ, मोमेंटो एवं अंगवस्त्र देकर हार्दिक स्वागत किया गया। इसके उपरांत विद्यालय प्रबंधक मोहम्मद नोमान के स्वागत भाषण ने कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की, जिसमें उन्होंने सर सैयद अहमद खान के शिक्षा मिशन, आधुनिक सोच और समाज सुधार की भावना को आज भी प्रासंगिक बताया।
किरात व नात की सुन्दर प्रस्तुति ने वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत भाषण, समूह गीत, नाट्य प्रस्तुति, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता Know Sir Syed तथा पोस्टर और स्लोगन प्रदर्शनी ने कार्यक्रम को जीवंत और प्रेरणादायक बना दिया। वरिष्ठ वर्ग के छात्रों ने शिक्षा में परंपरा और आधुनिकता के सेतु विषय पर एक पैनल डिस्कशन भी प्रस्तुत किया, जिसमें सर सैयद के विचारों की आधुनिक शिक्षा में प्रासंगिकता पर सार्थक विचार साझा किए गए। कार्यक्रम के मुख्य आकर्षणों में भाषण प्रतियोगिता (सर सैयद अहमद खान, आधुनिक भारत के निमार्ता), प्रेरणादायक नाट्य प्रस्तुति, तथा पोस्टर/स्लोगन प्रदर्शनी विशेष रूप से सराहनीय रहीं।
कार्यक्रम में नियाज अहमद जमाली, डॉ. गियास असद खान, डॉ. शफीउज्जमा, डॉ. अमीर आलम, डॉ. जुबैर एवं प्रो. मोहम्मद ताहिर की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की शोभा और बढ़ा दी। अंत में प्रधानाचार्या रूपल पंड्या ने सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और कहा कि सर सैयद अहमद खान का शिक्षा और प्रबोधन का दृष्टिकोण आज भी हमारे लिए मार्गदर्शक है। उनका संदेश हमें याद दिलाता है कि ज्ञान और एकता ही एक मजबूत राष्ट्र की सच्ची नींव हैं। कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण, एएमयू तराना एवं राष्ट्रीय गान के साथ हुआ। इस अवसर पर उप-प्रधानाचार्या रूना खान, तथा विद्यालय के अन्य शिक्षण एवं गैर-शिक्षण स्टाफ के सदस्य भी उपस्थित रहे।

