कहा, बेहतर होता जो भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं उसकी जांच करवा लेते भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सरकार तो उन्हीं की है
वर्तमान भाजपा जिलाध्यक्ष ने खुद एफिडेविट देकर पुलिस भर्ती में भ्रष्टाचार होने का लगाया था आरोप
साढ़े आठ साल योगी सरकार के हो गये एक भी सपा के खिलाफ कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप साबित नहीं कर पाई-अशोक यादव, प्रवक्ता सपा
आजमगढ़। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जयनाथ सिंह ने आजमगढ़ सपा के विधायकों एवं सांसदों के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है जो पूरी तरह से निराधार है। सपा प्रवक्ता अशोक यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि बेहतर होता जो भ्रष्टाचार का आरोप भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लगा रहे हैं उसकी जांच करवा लेते, सरकार तो उन्हीं की है। जांच करवाने के बाद वह जांच रिपोर्ट लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते और पत्रकारों के सामने वह रिपोर्ट रख देते, तब तो उनकी बात की वैधता रहती।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग सत्ता में रहते हैं तो विपक्ष में रहते हैं तो सिर्फ भ्रामक आरोप लगाते हैं सपा सरकार में निर्मित लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे में भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे मोदी सरकार की संस्था रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनामिक सर्विस लिमिटेड ने अपनी जांच में पाया कि लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता मानक से भी बेहतर है। साढ़े आठ साल हो गए योगी सरकार को आज तक एक भी भ्रष्टाचार का आरोप साबित नहीं कर पाए। भाजपा के भ्रष्टाचार की बात आजमगढ़ से शुरू की जाय तो एक तरफ योगी सरकार बड़े-बड़े दावे करती थी कि पुलिस भर्ती में एक भी पैसे का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष ने एफिडेविट देकर आरोप लगाया कि पुलिस अभ्यर्थियों के फिटनेस सर्टिफिकेट देने के नाम पर जिला अस्पताल में अवैध वसूली की जा रही है इसके साथ-साथ कई आरोप लगाए क्या कार्रवाई हुई ?
बाराबंकी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों की पुलिस ने दौड़ा कर गिरा कर सिर्फ इसलिए पिटाई क्योंकि वो राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितता को लेकर आंदोलन कर रहे थे न्याय के स्थान पर उनको लाठियां मिलीं। एबीवीपी का आरोप था कि रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में बार काउंसिल आफ इंडिया मान्यता न होने के बावजूद लॉ के छात्रों का एडमिशन किया जा रहा था एबीवीपी के लोगों ने भी आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी के मुखिया पंकज अग्रवाल और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव गृह और सूचना संजय प्रसाद के बीच संबंध है और वहां से उनके भ्रष्टाचार को संरक्षण प्राप्त है।
भ्रष्टाचार का आलम ये है कि जल जीवन मिशन आजाद भारत की इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला साबित होने जा रहा है उत्तर प्रदेश में चार-चार पानी टंकियां धराशाई हो चुकी है। योगी सरकार जब सत्ता से जाएगी तब इसकी भ्रष्टाचार की एक-एक परत खुलेगी। 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने जिस तरह इनको लोकसभा में बाहर का रास्ता दिखाया 2027 में विधानसभा चुनाव में ठीक उसी तरह उत्तर प्रदेश की जनता इनको बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है।



