आजमगढ़। जनपद आजमगढ़ के ग्राम मई खरगपुर थाना गंभीरपुर निवासी सुनील यादव ने एक व्यक्ति पर नौकरी का झांसा देकर 2 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी दिलाने का वादा किया था, लेकिन पैसे ऐंठने के बाद धमकी देकर गायब हो गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
शिकायत के अनुसार, सुनील यादव पुत्र वंशराज यादव ने बताया कि उनकी मुलाकात ग्राम सरायभादी, थाना तरवाँ निवासी रामाश्रय यादव पुत्र सुबेदार यादव से हुई। रामाश्रय ने दावा किया कि उसकी बातचीत किसी विश्वविद्यालय अधिकारी से है और वह सुनील को असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति करवा देगा। इसके बदले में उसने खुद के लिए भी 'बाबू' के पद पर नियुक्ति का जिक्र किया। लालच में आकर सुनील ने आरोपी को 1.5 लाख रुपये नकद और 50 हजार रुपये बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। बैंक ट्रांसफर उसके छोटे भाई के खाते से किया गया था।
सुनील ने शिकायत में कहा, "जब मुझे पता चला कि यह व्यक्ति धोखेबाज है, तो मैंने पैसे लौटाने की मांग की। लेकिन रामाश्रय ने साफ इनकार कर दिया और बोला, 'पैसे तुम्हारे भाई के खाते से आए हैं, मैं नहीं दूंगा। जो करना है कर लो, तुम्हारी जिंदगी बर्बाद कर दूंगा।'" इस धमकी से डरते हुए सुनील ने 9 सितंबर को पुलिस अधीक्षक को आवेदन सौंप आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गंभीरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।





