आजमगढ़। आदर्श नगर पंचायत अतरौलिया में पिछले कई वर्षों से भ्रष्टाचार का बोलबाला होने का गंभीर आरोप लगाया गया है। सभासदों ने मंडलायुक्त, आजमगढ़ को लिखे पत्र में नगर पंचायत के अध्यक्ष, कार्यकारी अधिकारी (ईओ) और बड़े बाबू पर मिलीभगत से करोड़ों रुपये के घोटाले का दावा किया है। पत्र में दावा किया गया है कि निर्माण कार्यों में मानकों की अनदेखी की जा रही है और सरकारी फंडों की बंदरबांट हो रही है। पत्र के अनुसार, करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे नालों में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। सड़कें, नालियां, डीजल-पेट्रोल जैसी मदों में भी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। विशेष रूप से, बब्बर चौक से हनुमान गढ़ी और पूरब पोखरा (स्व. डॉ. लतीफ से दीपक सोनी की दुकान तक) के इलाके में डामर और ईंटों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए हैं। 15वें और 16वें वित्त आयोग के फंडों को अनुचित जगहों पर खर्च कर निकाल लिया जा रहा है।
आरोप है कि अध्यक्ष, जो समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं और पिछले 20-25 वर्षों से पद पर बने हुए हैं, अपनी दबंगई और राजनीतिक रसूख के बल पर जांचों को प्रभावित कर रहे हैं। लखनऊ से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय तक सब कुछ 'मैनेज' किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पोर्टल और नगर विकास मंत्री के पास कई शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
नगर पंचायत में 11 सभासद हैं, लेकिन बोर्ड की बैठकों में अध्यक्ष और ईओ तानाशाही रवैया अपनाते हैं। हाल ही में विकास कार्यों में धांधली के विरोध में 8-9 सभासदों ने धरना दिया और इस्तीफा देने की धमकी भी दी। ईओ ने तो बैठक में साफ कह दिया कि जन समस्याओं पर फोन पर बात न करें। इसके अलावा, सामुदायिक धर्मशाला और सम्मो माता जैसे स्थलों की बुकिंग में शपथपत्र लगाकर कैश निकालकर बंदरबांट की जा रही है।
स्थानीय निवासियों में इस स्थिति से गहरा आक्रोश है। सभासदों ने पत्र में मंडल आयुक्त से अपील की है कि जनहित में अध्यक्ष, ईओ और बड़े बाबू के खिलाफ जांच और कार्रवाई की जाए। मंडलायुक्त ने सभासदों के पत्र को संज्ञान में लेते हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन को मामले की जांच सौंप दी है।
ज्ञापन सौंपते समय सभासद के साथ प्रमुख रूप से रमाकांत मिश्र क्षेत्रीय संयोजक भारतीय जनता पार्टी गोरखपुर क्षेत्र पूर्व प्रत्याशी धर्मेंद्र निषाद अभिमन्यु प्रसाद विनायकर व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रमुख रूप से थे।



