आजमगढ़। आजमगढ़ की बेटी अंजलि यादव ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (DUSU) चुनाव में केंद्रीय परिषद के लिए भारी मतों से विजय हासिल कर एक नया इतिहास रच दिया। विधि संकाय की प्रथम वर्ष की छात्रा अंजलि ने मात्र डेढ़ महीने में विश्वविद्यालय परिसर में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई और चार अन्य प्रत्याशियों को 400 से अधिक मतों से हराकर यह शानदार जीत हासिल की।
18 सितंबर को संपन्न हुए DUSU चुनाव में अंजलि ने केंद्रीय परिषद के सदस्य पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। 1 अगस्त को विश्वविद्यालय में कदम रखने वाली इस युवा छात्रा ने अपने जोशीले भाषणों और वैचारिक दृष्टिकोण से छात्रों और नेताओं को प्रभावित किया। परिणामस्वरूप, परिसर के छात्र-छात्राएं और छात्र नेता उनके समर्थन में एकजुट हो गए।
अंजलि का जन्म आजमगढ़ के अत्यंत पिछड़े गांव बनकट बाजार के समीप मैगापुर में हुआ। उनकी परवरिश एक राजनैतिक-सामाजिक और वैचारिक पारिवारिक पृष्ठभूमि में हुई। उनके दादा रामकुमार यादव, जो राष्ट्रीय सामाजिक न्याय आंदोलन के जिला अध्यक्ष हैं, सामाजिक न्याय के प्रणेता और महान चिंतक रहे हैं। उन्होंने अपने समय में राजनीतिक क्षितिज पर विभिन्न सवालों को लेकर सशक्त हस्तक्षेप किया। अंजलि ने अपनी इस पृष्ठभूमि से प्रेरणा लेकर कम उम्र में ही सामाजिक और राजनैतिक मंचों पर अपनी पहचान बनाई।
एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्रा अंजलि ने स्थानीय सम्मेलनों, विचार गोष्ठियों और कार्यक्रमों में आत्मविश्वास के साथ अपनी बात रखकर सबका ध्यान खींचा। वाराणसी और अंबेडकर नगर जैसे जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों में भी उन्होंने अपनी वैचारिक उपस्थिति दर्ज कराई। उत्तर प्रदेश विधानसभा में आयोजित एक सरकारी कार्यक्रम में अंग्रेजी में फर्राटेदार ढंग से अपनी बात रखने के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा, शिब्ली पीजी कॉलेज, आजमगढ़ में उन्हें वर्ष 2025 का 'बेस्ट स्टूडेंट' अवार्ड मिला। उनकी वैचारिक यात्रा कोयंबटूर तक पहुंची, जहां उन्होंने 70 से अधिक अवार्ड और प्रमाण पत्र अपने नाम किए।
अंजलि और उनके दादा रामकुमार यादव को बधाई देने वालों में सामाजिक न्याय एवं बाल भवन केंद्र के निदेशक रामजनम यादव, राष्ट्रीय सामाजिक न्याय आंदोलन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष खुर्शीद आलम, उपाध्यक्ष मंतराज यादव, मुख्तार अहमद, सचिव दिनेश यादव, बंसराज यादव एडवोकेट, गुलाब चौधरी एडवोकेट, श्याम अवध यादव एडवोकेट, गुलबास बौद्ध एडवोकेट, वरिष्ठ पत्रकार विजय यादव, रामअवध यादव, रामजीत 'चंदन', अश्विनी यादव, अभिमन्यु शर्मा, विश्राम शर्मा, प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र नाथ यादव, डॉ. सी.जे. यादव, विमला यादव एडवोकेट, कॉ. दुखहरन राम, गोविन्द यादव, किसान नेता रामनयन यादव, राजेश आजाद सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हैं।
महापंडित राहुल सांकृत्यायन, अल्लामा शिबली नोमानी और सामाजिक न्याय के प्रणेता चन्द्रजीत यादव जैसे महान व्यक्तित्वों की धरती आजमगढ़ ने एक बार फिर अंजलि यादव के रूप में अपनी वैचारिक और नेतृत्व क्षमता का परचम लहराया है। अंजलि की इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे आजमगढ़ को गौरवान्वित किया है।




