आजमगढ़। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं पूर्व विधायक स्व. विश्वनाथ सिंह जी की 46वीं पुण्यतिथि 08 सितंबर को सोमवार के दिन शहर के मातबरगंज स्थित उनके आवास पर भावपूर्ण तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने आजादी के इस वीर योद्धा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में परिवारजन के साथ शहर के वरिष्ठ एवं सम्मानित लोग भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में स्व. विश्वनाथ सिंह के पौत्र वर्षम प्रताप सिंह ने उनके जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पतन के रास्ते पर अग्रसर हो चुकी आज की राजनीति को देखते हुए उस जमाने के जनप्रतिनिधियों से हमें प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि बाबा ने निःस्वार्थ समाजसेवा करने का जो बीज बोया, उनके पुत्र पिताजी ने भी उसे बखूबी निभाया। वर्षम प्रताप ने संकल्प लिया कि वे आजीवन ईमानदारी से उनके दिखाए रास्ते पर चलेंगे और राष्ट्रहित में अपना योगदान देंगे।
बताते चलें कि स्वर्गीय नेता जी के पुत्र वेद प्रकाश सिंह "लल्ला" का पिछले वर्ष एक मार्ग दुर्घटना में निधन हो गया था। उनके समाज के प्रति लगाव और प्रेम को पूरा शहर आज भी याद करता है। वर्षम प्रताप ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान से लेकर विधायक और सांसद तक के काफिले में दौड़ रहे लग्जरी वाहनों को देखकर समझा जा सकता है कि आज राजनीति को लोग व्यापार बना चुके हैं। मतदाताओं को प्रलोभन देकर सत्ता का सुख भोगने वाले ये लोग कुर्सी के मोह में करोड़ों रुपये खर्च कर मनचाहा पद तो प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन उनमें सेवा का भाव कहीं नजर नहीं आता। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें उस जमाने की ओर पलटकर देखना चाहिए, जब लोग चंदा जुटाकर जनसेवा की भावना से सत्ता का मुकाम हासिल करते थे। ऐसे महान व्यक्तियों के आदर्शों को आत्मसात करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।





