कमिश्नर ने अपर जिलाधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने का दिया निर्देश
आजमगढ़ : आजमगढ़ जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर नियम-कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से गैर-पंजीकृत निजी अस्पताल बिना योग्यता और मानकों के ऑपरेशन कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप मरीजों की जान जा रही है। हाल ही में फूलपुर के यशलोक अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के दौरान एक महिला की मृत्यु हो गई, वहीं लालगंज के आर्यन अस्पताल में एक प्रसूता की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई। दोनों मामलों में अस्पताल संचालकों पर गंभीर लापरवाही और हत्या के आरोप लगे हैं।
आयुक्त, आजमगढ़ मण्डल को संबोधित एक शिकायती पत्र में भाजपा नेता रमाकांत मिश्र क्षेत्रीय संयोजक गोरखपुर क्षेत्र सहित मंशा यादव, श्री लाल यादव आदि लोगों द्वारा बताया गया कि ये दोनों अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में पंजीकृत नहीं हैं और न ही इनके पास वैध चिकित्सा डिग्री है। पत्र में दावा किया गया है कि यशलोक और आर्यन अस्पताल के संचालकों ने पैसे और स्थानीय नेताओं के प्रभाव का इस्तेमाल कर बिना किसी वैधानिक कार्रवाई के मामलों को दबा दिया। इसके अलावा, फूलपुर में सरकारी अस्पताल के सामने एक-एक कमरे में अवैध ऑपरेशन थिएटर चल रहे हैं, जहां छोलाछाप डॉक्टरों द्वारा प्रतिदिन भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध किए जा रहे हैं। उन्होंने आयुक्त से अनुरोध किया है कि किसी सक्षम अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंपा जाए ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके। भाजपा नेता रमाकांत मिश्र के प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए आयुक्त आजमगढ़ मंडल आजमगढ़ ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को जांच कर कार्रवाई करते हुए आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।





