हत्या मामले में पूर्व बसपा विधायक समेत बेटा गिरफ्तार

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नामजद कांग्रेस के पूर्व विधायक के पिता सहित चार आरोपी फरार
जालौन। स्कूल कर्मी जितेंद्र अहिरवार हत्याकांड का बृहस्पतिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने बसपा के पूर्व विधायक अजय सिंह उर्फ पंकज और उसके बेटे अमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में नामजद कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय के पिता राम प्रसाद सहित चार आरोपी फरार हैं। स्कूल से जुड़ी हर बात पूर्व विधायक राम प्रसाद तक पहुंचाना और जितेंद्र को उनका कारखास बनना आरोपियों को नगवार गुजरा और इसी वजह से उसकी हत्या कर दी गई।
एएसपी प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के घमूरी गांव निवासी जितेंद्र अहिरवार (45) को शनिवार की रात कार सवार कुछ लोग लहूलुहान हालत में सीएचसी में छोड़कर भाग गए थे। उन्होंने डॉक्टर को बताया था कि एक्सीडेंट में उसकी मौत हुई है। जितेंद्र के बेटे नितिन कुमार ने कोतवाली में कांग्रेस के पूर्व विधायक राम प्रसाद अहिरवार, उनके बेटे बसपा के पूर्व विधायक अजय सिंह उर्फ पंकज अहिरवार, अजय के दो बेटों अमन सिंह उर्फ निक्की एवं राजा व अमित तथा अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ पिता की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नितिन ने पिता की मोबाइल कॉल रिकॉर्ड का भी हवाला दिया था, जिसमें पूर्व विधायक और आरोपियों के धमकाने की भी बात कही थी।
पुलिस ने रिपोर्ट दर्जकर पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया था। पूछताछ व जांच में पता चला था कि जितेंद्र की पीटकर हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी जितेंद्र के शरीर पर पांच चोटों के निशान मिले थे। एएसपी ने बताया कि बृहपतिवार को पुलिस ने पंचानन चौराहे से अजय व अमन सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से कार, बाइक व मृतक के कपड़े बरामद हुए हैं। एएसपी का कहना है कि पूर्व विधायक व उसके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
पूछताछ में अमन ने बताया कि घटना के समय दोनों पूर्व विधायक भी घर पर थे। उनके सामने ही जितेंद्र की पिटाई की गई। अमन के मुताबिक दादा राम प्रसाद के संपर्क में आने के बाद जितेंद्र उनका चहेता बन गया था। इस कारण दादा ने विद्यादेवी उच्चतर बालिका विद्यालय की चाबी उसी को दे दी थी। इसके बाद जितेंद्र अपने आप को मालिक समझने लगा था और छोटी-छोटी बातें दादा को बताता था। इससे घर में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। शनिवार को फोन कर उसे घर पर बुलाया और समझाया, लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद उन्होंने उसके साथ मारपीट की, इससे उसकी मौत हो हो गई। इसके बाद हादसा दिखाने के चक्कर में वह उसे सीएचसी में छोड़कर भाग गए थे।

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