आजमगढ़। आजमगढ़ जिले में पुलिस की लापरवाही का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। रानी की सराय थाना क्षेत्र के चक खैरुल्लाह गांव में देव स्थल ठाकुर जी की भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन की टीम सीमांकन के लिए पहुंची थी। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था संभालने पहुंचे रानी की सराय थाने के सब इंस्पेक्टर अजय प्रताप सिंह चौकी पर ही सो गए। इस घटना का फोटो और वीडियो स्थानीय लोगों ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना शनिवार दोपहर की है, जब टीम भूमि सीमांकन की कार्रवाई कर रही थी।
मामले की शुरूआत तब हुई जब गांव के ग्रामीणों ने लंबे समय से चल रहे अतिक्रमण को लेकर जिलाधिकारी से शिकायत की। ग्रामीणों का आरोप था कि ठाकुर जी की पवित्र भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है, जिससे धार्मिक स्थल को नुकसान पहुंच रहा है। शिकायत के आधार पर जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक टीम का गठन किया। नायब तहसीलदार सदर के नेतृत्व में इस टीम में दो कानूनगो और पांच लेखपाल शामिल थे, जिन्हें भूमि का सीमांकन करने का जिम्मा सौंपा गया था। टीम को मौके पर भेजा गया ताकि विवादित भूमि की सही माप-तौल की जा सके और अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू हो सके।
सुरक्षा की दृष्टि से रानी की सराय थाने से सब इंस्पेक्टर अजय प्रताप सिंह और कुछ सिपाहियों को तैनात किया गया था। इनकी जिम्मेदारी थी कि सीमांकन के दौरान शांति व्यवस्था बनी रहे और किसी तरह का विवाद न हो। लेकिन मौके पर पहुंचने के बाद सब इंस्पेक्टर ने अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक तरफ जहां दो पक्षों के बीच अतिक्रमण को लेकर तीखी बहस चल रही थी, वहीं सब इंस्पेक्टर चौकी पर आराम फरमाते नजर आए। वीडियो में साफ दिख रहा है कि वे कुर्सी पर लेटकर गहरी नींद में सो रहे हैं, जबकि आसपास हंगामा मचा हुआ है। स्थानीय निवासी ने बताया, "हमने कई बार शिकायत की थी, लेकिन प्रशासन ने अब जाकर कार्रवाई की लेकिन पुलिस वाले तो खुद सो गए। अगर कोई झगड़ा हो जाता तो क्या होता? यह पुलिस की गंभीर लापरवाही है।



