आगरा। एक दुल्हन के हाथों में मेहंदी रची रह गई। जिस दूल्हे से रिश्ता तय हुआ था, उसके प्रेम संबंध एक युवती से चल रहे थे। युवती ने शादी से पहले थाने पहुंचकर दूल्हे की शिकायत कर दी। पुलिस ने युवक को पकड़ लिया। इस पर शादी नहीं हो सकी। पीड़ित दुल्हन के परिवार वालों ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गाैड़ को प्रार्थना पत्र दिया है। मामले में पुलिस जांच कर रही है।
दुल्हन के पिता जूता फैक्टरी में सेल्स का काम देखते हैं। उन्होंने पुलिस आयुक्त को बताया कि नवंबर 2024 में बेटी का रिश्ता ताजगंज निवासी युवक के साथ तय किया था। वह एक ऑटोमोबाइल कंपनी में मैनेजर है। 10 फरवरी को भगवान टॉकीज स्थित एक होटल में लगुन सगाई की रस्म हुई थी। 12 फरवरी को बरात आनी थी। सौ फुटा दयालबाग मार्ग स्थित मैरिज होम किया किया था। रिश्तेदार आ चुके थे। दोपहर तीन बजे दूल्हे के पिता का फोन आया और कहने लगे कि बरात नहीं आ पाएगी। वह ताजगंज थाने में हैं। बेटे को पुलिस ने पकड़ लिया है। इतना कहने के बाद फोन काट दिया। यह सुन दुल्हन के परिजनों के होश उड़ गए। वह थाना ताजगंज आ गए। पता चला कि दूल्हे के एक युवती से प्रेम संबंध चल रहे थे। उनका एक बच्चा भी है। युवती ने पुलिस को बताया कि युवक के साथ नोएडा में लिवइन में रही थी। वह उससे मंदिर में शादी कर चुका है। बच्चा भी उसका है। अब बिना तलाक लिए दूसरी जगह शादी कर रहा है। जानकारी पर ही वो दिल्ली से आई है। शिकायत के बाद युवती चली गई। इस पर पुलिस ने भी दूल्हे को छोड़ दिया। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि युवती ने माैखिक शिकायत की थी। उससे लिखित शिकायत करने के लिए कहा है। वहीं दुल्हन के परिजन ने प्रार्थना पत्र दिया है। इस पर जांच की जा रही है। परिजन ने बताया कि दुल्हन की मां का कोरोना में देहांत हो गया था। रिश्तेदारों को कन्यादान करना था। शादी टूटने की खबर से दुल्हन की हालत बिगड़ गई। दुल्हन के पिता ने लाखों का कैश और सामान सगाई में दिया था। बरात के स्वागत के लिए मैरिज होम बुक कराया था। कैटरिंग का ही लाखों का बिल है। किसी ने खाना नहीं खाया। उन्हें लाखों का भुगतान करना पड़ा। दूल्हे के परिजन ने काफी सामान लिया था। वह वापस नहीं किया है। वहीं जो खर्च हुआ, उसे भी नहीं चुकाया है। उन पर काफी कर्ज हो गया है। ने लाखों का कैश और सामान सगाई में दिया था। बरात के स्वागत के लिए मैरिज होम बुक कराया था। कैटरिंग का ही लाखों का बिल है। किसी ने खाना नहीं खाया। उन्हें लाखों का भुगतान करना पड़ा। दूल्हे के परिजन ने काफी सामान लिया था। वह वापस नहीं किया है। वहीं जो खर्च हुआ, उसे भी नहीं चुकाया है। उन पर काफी कर्ज हो गया है।