आजमगढ़: तंत्र मंत्र के चक्कर में दी नवजात की बलि

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बच्चा चोरी गिरोह के मुख्य आरोपी सहित तीन गिरफ्तार
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’

आजमगढ़। जिला अस्पताल से चार दिन पूर्व नवजात शिशु की चोरी के मामले में अब अजब खेल की गजब कहानी उभर कर सामने आई है। नवजात शिशु की बरामदगी के बाद शहर कोतवाली पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित एवं उसके दो अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि तंत्र मंत्र से लिंग बदलने के चक्कर में यह गिरोह एक नवजात बालिका की बलि दे चुका है और मृत नवजात के माता-पिता को शांत करने के लिए बीते दिनों बिलरियागंज क्षेत्र के पटवध बाजार में घर के बाहर दादी और बुआ के बीच सोए आठ माह के मासूम बालक की चोरी कर चुका है। भला हो मृत नवजात के माता-पिता का जिन्होंने चुराए गए बच्चे को अपनाने से इंकार कर दिया और उसे चुराने वाले दूसरे दिन उस बच्चे को उसके परिवार वालों को नई कहानी गढ़ बालक को उन्हें सौंप कर भाग निकले। पकड़े गए लोगों में एक अन्य महिला भी शामिल है। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। जिला महिला अस्पताल में बीते तीन जून की देर रात नवजात शिशु चोरी की घटना प्रकाश में आई। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीर में अस्पताल से बच्चा चुरा कर निकल रहे लोगों की पहचान किसी तरह संभव हुई और पुलिस ने कंधरापुर क्षेत्र के मातनपुर गांव निवासी हंसराज के घर छापेमारी कर चोरी गए नवजात को बरामद कर लिया। इस मामले में हंसराज की पुत्री सरोज की गिरफ्तारी की गई। सरोज से पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि उसके पुरुष मित्र सूरज कुमार उर्फ पप्पू को खेल प्रशिक्षक की नौकरी के लिए तीन लाख रुपये की जरूरत थी जिसकी पूर्ति के लिए बच्चा चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। इस वारदात में सूरज उर्फ पप्पू के साथ ही जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के गड़ौरा मझौरा ग्राम निवासी मनोज कुमार एवं रौनापार क्षेत्र के बेगपुर निवासी संगीता की संलिप्तता सामने आई। पुलिस ने मुख्य आरोपित सूरज कुमार उर्फ पप्पू एवं संगीता को गुरुवार को दिन में शहर के राजघाट श्मशान तिराहे से पकड़ा तथा सूरज के बताने पर एक अन्य सहयोगी मनोज कुमार की गिरफ्तारी देर रात पवई थाना क्षेत्र के बलुआ मोड़ से की गई। पुलिसिया पूछताछ में पकड़े गए आरोपितों से जो जानकारी मिली उसे सुनकर पुलिस भी चौंक गई। नवजात की बरामदगी के दौरान पकड़ी गई सरोज की बहन संगीता पीएचसी पवई में कार्यरत है। उसने तंत्र- मंत्र के जरिये किसी भी लड़की को लड़का बनाने की योजना बनाकर पैसा ऐंठने की तरकीब सोची। संगीता ने अपने साथ काम करने वाले मनोज राम जिसकी दो लड़कियां थीं, उसकी होने वाली सन्तान को तंत्र- मंत्र से लड़का बनाने की बात कही तो पुत्र की चाह में मनोज राम तैयार हो गया। संगीता मनोज राम की गर्भवती पत्नी रेनू देवी को झूठे तंत्र मंत्र के जरिये लड़का होने का दिलासा देती रही परन्तु उसे लड़की पैदा हुई। यह बात मनोज राम को बर्दाश्त नहीं हुई तो संगीता द्वारा मनोज राम से कहा गया कि यदि यह लड़की मार दी जाये तो उसे लड़का बनाया जा सकता है। उसकी बातों में आकर मनोज राम ने अपनी 15 दिन की नवजात पुत्री को अपने पवई स्थित सरकारी आवास में जान से मार डाला। इसके बाद मनोज राम ने उस नवजात बच्ची के बदले लड़का बनाने की बात कहने लगा तो संगीता ने अपनी बहन सरोज और उसके पुरुष मित्र सूरज को अपने जाल में फंसाया। सूरज कुमार ने 29 मई की रात्रि में बिलरियागंज के पटवध बाजार घर के बाहर दादी और बुआ के बीच सोए युग नामक आठ माह के बच्चे को चुराकर उसे मनोज राम को सौंपते हुए बताया गया कि तुम्हारी बच्ची को तंत्र- मंत्र से लड़का बना दिया गया है। मनोज राम ने बच्चे की उम्र ज्यादा होने की बात कहकर बच्चा लेने से इंकार कर दिया। तब सूरज ने उक्त बच्चे को लेकर पटवध बाजार गया और बच्चे को रास्ते में मिलने की बात कहकर उसके घर वालों को सौंप दिया। उधर मनोज राम द्वारा दबाव बनाने पर सूरज ने सरोज व संगीता के सहयोग से योजना बनाकर जिला महिला चिकित्सालय से नवजात शिशु की चोरी कर सरोज के घर पर पहले से मौजूद मनोज राम व उसकी पत्नी रेनू देवी को दिया। लाचार दंपती को बताया गया कि आपकी बच्ची को तंत्र- मंत्र से जीवित कर दिया गया है। मनोज राम व उनकी पत्नी रेनू देवी ने बच्चे को देखा तो बच्चा लड़की होने की जानकारी होने पर मनोज राम व उनकी पत्नी रेनू ने बच्ची को लेने से मना कर दिया। सारी सच्चाई सामने आने के बाद इस मामले में सभी आरोपितों के खिलाफ नवजात शिशु की हत्या एवं दो बच्चों की चोरी का अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस ने पकड़े गए लोगों की निशानदेही पर तंत्र- मंत्र में प्रयुक्त सामग्री, फावड़ा तथा अन्य सामान बरामद किए गए हैं।

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