आजमगढ़: रची गई पैर में गोली लगने की झूठी कहानी

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विरोधियों को फंसाने के लिए लकड़ी की चोट को बताया था गोली का घाव, गिरफ्तार
आजमगढ़। सरायमीर पुलिस ने बुधवार को मुकदमें में फंसाने के लिए पैर में गोली मारने की झूठी कहानी रचने वाले को खानपुर से गिरफ्तार किया है। विरोधियों को फंसाने के लिए लकड़ी की चोट को गोली मारना बताया था। सरायमीर के खानपुर निवासी अरविंद यादव के भाई श्रीकांत ने 24 जनवरी को गांव के ही रजनीकांत, रामाश्रय, रमेश व नीरज के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराया थी। आरोप लगाया था कि 24 जनवरी को सुबह साढ़े छह बजे उनका छोटा भाई अरविंद यादव घर से ठेला लेकर खानपुर बागीचे में आम की लकड़ी व कुश लेने गया था। बागीचे में भाई को दौड़ा कर आरोपितों ने तमंचा से गोली मार दी। जिससे भाई के बाएं पैर में गोली लगी। पुलिस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच में जुटी थी। घटनास्थल का निरीक्षण सीओ फूलपुर अनिल कुमार , प्रभारी निरीक्षक यादवेंद्र पांडेय एवं स्वाट टीम ने किया था। मौके पर एक बूंद ब्लड भी नहीं मिला था। जिस गाड़ी से अस्पताल गया था उस पर भी ब्लड नहीं लगा था। थाने पर आने पर एंबुलेंस पर घायल की ली गई फोटो में गोली के आकार में न होकर त्रिभुजाकार चोट मिली थी। पुलिस की विवेचना में प्रकरण गलत पाया गया। पुलिस ने आरोपित अरविंद यादव को उसके घर खानपुर से गिरफ्तार कर लिया। एचएचओ यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि आरोपित के विरुद्ध झोपड़ी जलाने के संबंध में 20 जनवरी को सरायमीर थाना में मुकदमा पंजीकृत है। वादी मुकदमा ने गवाहों को प्रभावित करने और अपने विरोधियों को झूठे मुकदमें में फंसाने के लिए ही घटना का कथानक बनाया है।

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