हाईवे पर पूरी रात शव को कुचलते रहे वाहन
वाराणसी। सारनाथ, चौबेपुर और फुलवरिया क्षेत्र में सड़क हादसों में एनडीआरएफ के हेड कांस्टेबल सहित तीन लोगों की मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस पहुंची। मामले की छानबीन की, फिर तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। चौबेपुर में हाईवे पर जिस महिला की मौत हुई है, उसकी पहचान नहीं हो सकी है। शव के ऊपर से रात भर वाहन गुजरते रहे हैं। सारनाथ संवाद प्रतिनिधि के अनुसार, भेलूपुर थाना क्षेत्र की बड़ी गैबी के रहने वाले रवि शर्मा (41) चौकाघाट स्थित एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन में तैनात थे। रात में रवि बाइक से अपनी पत्नी के भाई दीपक शर्मा के साथ पांडेयपुर स्थित एक हॉस्पिटल में मौसेरे साले निखिल शर्मा के नवजात बेटे को देखने गए थे। दीपक ने बताया कि हॉस्पिटल से वह और रवि शर्मा अपनी-अपनी बाइक से घर के लिए निकले। दोनों टड़िया मोड़ स्थित शिव मंदिर के पास पहुंचे थे कि पीछे से आए एक वाहन ने उनको टक्कर मार दी। इससे अनियंत्रित होकर बाइक सड़क किनारे शिव मंदिर की दीवार से टकरा गई। रवि के सिर में गंभीर चोट लगी। अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दो बच्चों के पिता रवि शर्मा की मौत की सूचना पाकर उनकी पत्नी रजनी शर्मा और मां उमा शर्मा की हालत बेसुधों जैसी थी। उधर, फूलपुर थाना क्षेत्र के तरसड़ा, कठिराव का रहने वाला दिनेश कुमार सरोज (38) कचहरी स्थित कपड़े के एक शोरूम में काम करता था। रात में शोरूम बंद होने के बाद वह साइकिल से फुलवरिया स्थित किराये के कमरे पर जा रहा था। फुलवरिया फोरलेन पर तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसके दोस्त प्रद्युम्न कुमार ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर देख उसे बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। एक बेटी और दो बेटों के पिता दिनेश के पुत्र दिव्यांशु सरोज ने वाहन चालक तरना निवासी डॉ. आकाश पाल के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। गाजीपुर-वाराणसी सीमा के नजदीक हाईवे पर एक सड़क हादसे में एक महिला की मौत हो गई। चौबेपुर थाने की पुलिस के अनुसार, सड़क पार करते समय महिला की किसी तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई। इसके बाद महिला के ऊपर से रात भर वाहन गुजरते रहे। महिला की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस उसकी साड़ी, स्वेटर और चप्पल को पहचान के लिए रखवाई है।