हर रोज थाना बनता है ब्यूटी पार्लर

Youth India Times
By -
0
पुलिस स्टेशन में तैयार हो रही ब्यूटीशियन, ये है खास बात
चंदौली। वाराणसी के चंदौली का पुलिस स्टेशन हर रोज ब्यूटी पार्लर में बदल जाता है। यहां ब्यूटीशियन तैयार की जा रही हैं। इस थाने में रोज 100 लड़कियां ट्रेनिंग के लिए आती हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लड़कियों के लिए यहां क्लास चलाई जाती हैं। इस ट्रेनिंग में कभी नक्सल प्रभावित चंदौली जिले के दूरदराज के गांवों के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों की कम से कम 100 लड़कियां आती हैं। यहां लड़कियां ब्यूटी टिप्स सीखती हैं, जिसमें दुल्हन का मेकअप, हेयर स्टाइल बनाना, हेयर डिजाइन, बालों की देखभाल, त्वचा की देखभाल और बहुत कुछ शामिल है। चंदौली पुलिस दो महीने का ब्यूटीशियन कोर्स करवा रही है जिसका उद्देश्य महिलाओं को कौशल से लैस कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस कोर्स के पहले बैच की ट्रेनिंग 6 दिसंबर से शुरू की गई है। इसमें 100 लड़कियां शामिल हैं। नौगढ़ पुलिस स्टेशन के एक हॉल को एक ट्रेनिंग रूम बनाया गया है, जहां लड़कियां रोजाना दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक मुफ्त ब्यूटीशियन कोर्स के तहत ट्रेनिंग लेती हैं। लड़कियों का कहना है कि ये सीखना उन्हें कभी भी काम दिलवाने में मदद करेगा।
पहले बैच की 100 लड़कियों में से कई 10वीं पूरी कर चुकी हैं तो कई 12वीं में पढ़ रही हैं। कुछ लड़कियां 12 वीं पूरी कर चुकी हैं और स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं। कुछ की पढ़ाई भी छूट गई है जो आर्थिक रूप से कमोजर होने पर आगे की पढ़ाई नहीं कर पाईं। कोर्स की ही एक लड़की का कहना है कि अब गांवों में भी दुल्हन का मेकअप करवाया आम है। जो परिवार चंदौली से किसी ब्यूटीशियन को बुला पाते हैं वो अपनी बेटियों के लिए ब्यूटीशियन हायर करते हैं। इसके चलते शादी के मौसम में उन्हें अपने और आसपास के गांवों में ब्यूटीशियन का काम करके कमाई का मौका मिलेगा। उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई परिवार ब्यूटीशियन नहीं बुलवा पाता तो वे दुल्हन का मेकअप फ्री में भी करेंगे। चंदौली के पुलिस अधीक्षक, अनिल कुमार ने कहा कि यह हमारी ओर से ईडब्ल्यूएस परिवारों की लड़कियों को कौशल से लैस करने का एक प्रयास है ताकि वे कुछ पैसे कमा सकें और आत्मनिर्भर हो सकें। नौगढ़ क्षेत्र के गांवों की लगभग 100 लड़कियां ट्रेनिंग के तहत दो महीने का ब्यूटीशियन कोर्स कर रही हैं। साथ ही उन्हें सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। पहला बैच 6 फरवरी को पूरा हो जाएगा। प्रत्येक लड़की को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)