शासन ने सभी मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी को विशेष सतर्कता बरतने के दिये निर्देश
लखनऊ। 22 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा के लिए शासन ने 16 जिले नकल की दृष्टि से अति संवेदनशील चिह्नित किए हैं। सभी मंडलायुक्त, डीएम, डीआईजी व शिक्षा अधिकारियों को इन जिलों में विशेष सतर्कता के निर्देश दिए हैं। साथ ही बोर्ड परीक्षा को लेकर परीक्षा केंद्रों की 24 घंटे सीसीटीवी से ऑनलाइन निगरानी के लिए भी कहा गया है। शासन ने कहा है कि पिछले सालों में कुछ जिलों में सामूहिक नकल, अनियमितता, प्रश्नपत्र वायरल होने से फिर से परीक्षा आयोजित करानी पड़ी थी। इसके तहत गोंडा, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया, मथुरा, बागपत, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ को परीक्षा की दृष्टि से अति संवेदनशील चिह्नित किया गया है।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने निर्देश दिया है कि इन जिलों में होने वाली महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा में विशेष निगरानी व सतर्कता बरती जाए। नकल माफिया व असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिया है कि संबंधित जिलाधिकारी इसके लिए बैठक कर नकल विहीन व शांतिपूर्ण परीक्षाएं आयोजित कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर पेपर पहुंचने से तीन दिन पहले स्ट्रांग रूम क्रियाशील कर लिया जाए और उसकी 24 घंटे निगरानी की जाए। परीक्षा केंद्र पर पेपर व कॉपी पहुंचने और परीक्षा आयोजन के बाद छः माह तक डीवीआर सुरक्षित रखनी होगी। डबल लॉक खोलने व कॉपी-पेपर की सुरक्षा के लिए लगाए गए कर्मचारियों-शिक्षकों की पूरी जानकारी एक रजिस्टर पर मेंटेन की जाएगी। डीआईओएस संबंधित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण कर परीक्षा से पहले आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। स्ट्रांग रूम में किसी भी अधिकारी-कर्मचारी का मोबाइल ले जाना प्रतिबंधित होगा।