नौकरी और प्रेमजाल.......वेश्यावृत्ति में लिप्त युवतियों की हकीकत

Youth India Times
By -
0
ऐसे फंसी इस दलदल में, रुला देगी कहानी

मथुरा। मथुरा के छाता और कोसीकलां में ढाबों की आड़ में संचालित देह व्यापार का धंधा करने वालों का पुलिस ने बुधवार रात भंडाफोड़ करने के बाद पांच अपराधियों को शुक्रवार को जेल भेजा। एक की अभी तलाश जारी है। अपराधियों के चंगुल से झारखंड की तीन किशोरियों और दिल्ली की एक युवती को मुक्त कराया। अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि वह झारखंड की किशोरियों को प्रेमजाल में फंसाकर शादी के बहाने दिल्ली लाए थे। वहीं, दिल्ली की युवती को नौकरी के बहाने फंसाया था। इनसे देह व्यापार कराने से पहले गैंग के पुरुष सदस्यों ने कई बार सामूहिक दुष्कर्म भी किया था। बताया गया है कि दलाल ढाबे पर आने वाले ग्राहकों की डिमांड पर इन युवतियों से जबरन घिनौना काम कराते थे। एसपी देहात त्रिगुण बिसेन के अनुसार राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग को झारखंड की एक महिला ने शिकायत की थी कि उसकी नाबालिग बहन, जो कि डेढ़ माह से लापता है, उसने खुद को मथुरा के कोसीकलां में एक ढाबे में बने कमरे में बंधक होने व कुछ युवकों द्वारा उससे वेश्यावृत्ति कराए जाने की जानकारी दी है। आयोग ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। पुलिस की टीम ने हंसराज ढाबे के सामने सतवीर के होटल में छापा मारा। यहां से चार युवकों को गिरफ्तार किया। इनके चंगुल से झारखंड की किशोरी को मुक्त कराया। आरोपियों की पहचान होटल संचालक सतवीर पुत्र बुद्धी निवासी बरसाना, छाता, हेल्पर कमल पुत्र फतेहराम निवासी कोटवन, कोसीकलां और दुर्गा बाबू पुत्र रामचंद्र शाह निवासी गांव ब्रम्हपुरा, फुलपराश, मधुबनी, बिहार व धर्मेंद्र पुत्र कुंदन निवासी करमन, होडल, पलवल, हरियाणा के तौर पर हुई। पूछताछ में इन्होंने बताया कि दुर्गा बाबू ने डेढ़ माह पहले झारखंड की किशोरी को प्रेमजाल में फसाया और दिल्ली लेकर आया। वहां वेश्यावृत्ति कराने के बाद उसे चार दिन पहले कोसीकलां में लाया था। धर्मेंद्र ग्राहक लाता था। सतवीर और उसका साथी कमल अपने होटल में गंदा काम कराते थे। इनके पास से भारी संख्या में अश्लील सामग्री व शराब बरामद हुई। पूछताछ में इन्होंने अपनी दूसरी टीम छाता के पंजाबी ढाबा, एनएच-19 पर ठहरी होने का खुलासा किया। वहां छापेमारी की तो यहां से एक आरोपी मौके से गिरफ्तार किया गया। साथ ही झारखंड की दो किशोरी व दिल्ली की एक युवती को मुक्त कराया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान विजय पुत्र छीतर जोगी निवासी खरौंट, कोसीकलां के तौर पर हुई। इसका साथी दीपक उर्फ पिंकू चौधरी उर्फ मोटा निवासी कटिहार, बिहार, ढाबा संचालक महेश ठाकुर पुत्र जग्गो निवासी गोरखधाम कालोनी, कोसीकलां फरार है। इस गैंग का मुखिया दुर्गा बाबू है, जो कि दोनों मुकदमों में नामजद है। इनके गिरोह की एक महिला भी फरार है। सभी फरार अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।गिरोह के चंगुल से मुक्त हुई दिल्ली की युवती ने बताया कि वह अपने नाना-नानी के पास रहती थी। नौकरी का झांसा देकर उसे यहां लाया गया और पहले गिरोह के लोगों ने खुद ही बलात्कार किया। इसके बाद वेश्यावृत्ति कराने लगे। इधर, झारखंड की किशोरियों ने बताया कि वह प्रेमजाल में फसने पर अपने परिवार को बिना बताए आ गई थीं। दीपक और दुर्गा प्रेमजाल में फसाने का काम करते हैं। सीओ छाता गौरव कुमार त्रिपाठी, इंस्पेक्टर कोसीकलां अनुज कुमार, इंस्पेक्टर छाता संजीव कुमार दुबे, क्राइम इंस्पेक्टर चेतराम शर्मा, एसआई अवनीश त्यागी, अरुण कुमार, रोहन कुचालिया, अनीता, सुधीर सिंह, दीपक दोहरे, उत्तम चौहान, डायरेक्टर मिशन मुक्ति फाउंडेशन वीरेंद्र सिंह सहित अन्य शामिल रहे।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)