मऊ : बीमारी को जड़ से खत्म करती है होम्योपैथी:डॉ अरविंद श्रीवास्तव

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रिपोर्ट : मुरली मनोहर पांडेय
मऊ। होम्योपैथिक के अविष्कारक डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ हैनिमैन अपने जमाने के माने जाने एमबीबीएस एमडी चिकित्सक थे और इलाज के दरमियान जब उन्होंने देखा की दवाओं से तत्काल मरीज को लाभ तो मिल रहा है लेकिन बीमारी क्षणिक दब जा रही है और आगे चलकर अपेक्षाकृत गंभीर रूप में सामने आ रही है और यही कारण था डॉ हैनिमैन ऐसी चिकित्सा को माननीय मूल्यों के विपरीत पाया और क्लीनिक बंद कर जीवन यापन के लिए मेडिकल बुक्स का एक भाषा से दूसरे भाषा में रूपांतरण करने लगे और एक नई होम्योपैथिक चिकित्सा विधा का अविष्कार किया होम्योपैथिक चिकित्सा विधा में बीमारी को बिना किसी साइड इफेक्ट डालें जड़ से दूर करने की क्षमता है और देश और दुनिया के सभी होम्योपैथिक चिकित्सकों का आवाहन करते हुए कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा को अपना सबसे बड़ा धर्म माने यही डॉ हनीमैन के प्रति सच्ची श्रद्धा सुमन होगी। डॉ नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि आज 100 से भी ज्यादा देशों में होम्योपैथिक प्रैक्टिस की जाती है। डॉ श्रीवास्तव ने कहा कि होम्योपैथिक चिकित्सा; ऐसी विधा है जिसमें बीमारी का संपूर्ण सफाया होता है और बेहद कम खर्च में व्यक्ति ठीक हो सकता है इसलिए देश और दुनिया के गरीब से गरीब व्यक्ति भी होम्योपैथिक इलाज करा पूर्ण निरोगी हो सकता है। डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि आजकल भागम-भाग की जिंदगी में लाइफ़स्टाइल से जैसे ब्लड प्रेशर शुगर हृदय की बीमारी लीवर की बीमारी मोटापा एलर्जी ज्यादा हो रहा है जिसे होम्योपैथिक इलाज से पूर्णतया ठीक किया जा सकता है। कार्यक्रम में आराधना सिंह अर्चना सुनीता महिमा सुमन निशा रितु यथार्थ पूनम भारती हरि नारायण पांडे हीरालाल गुप्ता प्रदीप गोस्वामी नेहा इत्यादि उपस्थित रहे।

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