आजमगढ़ : नहीं मिला बुजुर्ग दंपत्ति को न्याय

Youth India Times
By -
0

नौ दिन से मेहता पार्क में कर रहे हैं भूख हड़ताल
आश्वासन देकर 4 जनवरी को जबरिया धरना स्थल से हटाये गये थे बुजुर्ग दम्पम्ति
आजमगढ़। निजामाबाद तहसील के ग्राम बुद्धसेनपुर निवासी बुजुर्ग दम्पत्ति फर्जी अमलदरामद के खिलाफ दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई को लेकर सोमवार को पुनः जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में धरनारत है। उनका आरोप है कि मौजूदा चकबंदी हाल के आकार पत्र 11 के खाता संख्या 99 के ग्राम के भू माफिया मुन्ना उर्फ मुन्नीलाल पुत्र खेदू यादव ने फर्जी ढ़ंग से फर्जी मुकदमा नम्बर 4781 तारीख फैसला 16 मई 1986 मुन्ना बनाम लालचन्द्र की अमलदरामद लालस्याही से करवा दिया। इस फर्जी कार्यवाही में सुरक्षित पत्रालय माल के अधिकारी व कर्मचारी शामिल है। जानकारी होने पर बुजुर्ग दम्पत्ति 26 दिसम्बर 2022 को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अंबेडकर पार्क में भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस हड़ताल के बाद जिलाधिकारी ने बंदोवस्त अधिकारी, चकबंदी व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रथम की जांच टीम बनाकर जांच कराया। दोनों अधिकारियों ने 11 जनवरी 2023 को जांच रिपोर्ट में आदेश 16 मई 1986 को कूटरचित व फर्जी पाया गया आरोप है कि इस रिपोर्ट के बाद भी जिलाधिकारी द्वारा न तो आदेश 16 मई 1986 को निरस्त किया गया और न ही दोषी कर्मचारी व लाभार्थी मुन्ना यादव के ऊपर रिपोर्ट ही दर्ज कराई गई।
4 जनवरी को जबरिया धरना स्थल से हटाये गये थे बुजुर्ग दम्पम्ति
4 जनवरी को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने मेहता पार्क में अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे बुजुर्ग दम्पत्ति का धरना समाप्त कराने को लेकर एसडीएम निजामाबाद मय फोर्स मौके पर पहुंचकर कार्रवाई का कोरा आश्वासन देते हुए जबरिया उन्हें पुलिस की गाड़ी में लादकर लेकर चले गये थे। जिसमें तत्कालीन एसडीएम निजामाबाद द्वारा यह बताया गया था कि जिलाधिकारी द्वारा कमेटी का गठन किया गया है। गठित कमेटी मामले की जांच कर अपनी जो भी रिपोर्ट सौंपेगी उसके हिसाब से अगली कार्रवाई की जायेगी। रिपोर्ट आने के बाद भी कोई कार्यवाई नहीं हो रही है शासन-प्रशासन सही कराने के लिए कोई तैयार नहीं है बुजुर्ग बैठे दंपति परिवार को नहीं होता है वह काफी निराश है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)