यूपी में ये ताकतवर आईएएस अब चाहते हैं आयोगों के अध्यक्ष बनना

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जोड़-तोड़ का दौर शुरू
लखनऊ। यूपी के चार महत्वपूर्ण आयोग और बोर्ड में नए अध्यक्षों का चयन जल्द होने वाला है। इन पदों पर वरिष्ठतम सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी को रखा जाना है। इसके लिए जोड़-तोड़ का दौर शुरू हो गया है। जून के अंत तक इन पदों को भरा जाना है।
उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) अध्यक्ष के पद पर मौजूदा समय में राजीव कुमार तैनात हैं। यह पद जून में खाली हो रहा है। आवास विभाग ने अध्यक्ष पद पर भर्ती के लिए आवेदन मांग लिया है। इसके लिए शहरी विकास, रियल स्टेट के क्षेत्र में जानकारी, इंफ्रास्ट्रक्चर इकोनॉमिक्स, संबंधित क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञ, प्लानिंग, लॉ कामर्स, इंडस्ट्री मैनेजमेंट में 20 साल के अनुभव वाले को पात्र माना गया है।
विद्युत नियामक आयोग की कुर्सी भी जून में खाली हो रही है। नियामक आयोग के अध्यक्ष पद पर आरपी सिंह तैनात हैं। इसके अलावा नगर पालिका परिषद वित्तीय संसाधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष की कुर्सी खाली है। इसका अध्यक्ष निकायों की आय बढ़ाने के लिए सुझाव देता है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में सदस्यों को कार्यकाल खत्म हो गया है और अध्यक्ष वीरेश कुमार का कार्यक्रल अप्रैल में समाप्त हो जाएगा। इसके बाद माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड का अस्तित्व स्वतः समाप्त हो जाएगा। राज्य सरकार बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा में भर्ती के लिए एक आयोग बनाने जा रही है। इसलिए इस आयोग के अध्यक्ष पद के साथ ही सदस्यों का चयन होगा।
इन सभी पदों पर वरिष्ठतम सेवानिवृत्त आईएएस अफसरों की तैनाती होनी है। वरिष्ठतम आईएएस अफसरों में राजेंद्र तिवारी, आराधना शुक्ला व अरविंद कुमार सेवानिवृत्त हो चुके हैं। संजय आर भूसरेड्डी, आलोक कुमार प्रथम, प्रशांत त्रिवेदी जून में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वरिष्ठ आईएएस अफसर अवनीश कुमार अवस्थी सेवानिवृत्त के बाद मुख्यमंत्री के सलाहकार के रूप में काम कर रहे हैं।
विद्युत नियमाक आयोग अध्यक्ष पद पर इन क्षेत्र में अनुभवी की तैनाती होगी। अवनीश कुमार अवस्थी, अरविंद कुमार, आलोक कुमार प्रथम ऊर्जा विभाग में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। विद्युत नियामक आयोग का पद काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। आयोग ही विद्युत दरें तय करता है। इसीलिए इस पद पर किसी अनुभवी सेवानिवृत्त आईएएस अफसर की तैनाती की संभावना जताई जा रही है।

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