आजमगढ़ : फिर लाइफ लाइन हास्पिटल ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर दी अपनी पहचान

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बांग्लादेश से आए मरीज लियाकत अली एवं उनकी पत्नी हुस्न बेगम के कमर का डा0 अनूप सिंह यादव ने किया सफल इलाज
आजमगढ़। विगत कुछ वर्षों में भारतीय चिकित्सा जगत की पहचान दुनिया में मेडिकल टूरिज्म के क्षेत्र में तेजी से उभरी है। खाड़ी, शार्क एवं अफ्रीकी देशों से बड़ी संख्या में लोग भारत के मेट्रो शहरों में इलाज के लिए आ रहे हैं और इसी कड़ी में मेडिकल टूरिज्म के एक नए गंतव्य के रूप में आजमगढ़ ने अपनी पहचान बना ली है। हम बात कर रहे हैं आजमगढ़ स्थित लाइफ लाइन हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर की जो न सिर्फ पिछले कुछ वर्षों से तमाम राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित होते हुए गिनीज बुक तक में अपना नाम दर्ज करा चुका है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप इलाज देते हुए वैश्विक स्तर पर आजमगढ़ की एक नई पहचान की इबारत लिख रहा है। न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में लगातार काम कर रहे लाइफ लाइन हॉस्पिटल में बांग्लादेश से आए मरीज लियाकत अली एवं उनकी पत्नी हुस्न बेगम के कमर का सफल इलाज हुआ। आपको बता दें कि यह मरीज कई वर्षों से अपने कमर एवं पैर दर्द से परेशान थे। यह लोग अपने इलाज के लिए बांग्लादेश के साथ-साथ भारत के कई मेट्रो सिटी में स्थित अस्पतालों में डॉक्टरों से मिले लेकिन सभी मरीजों की तरह इन्हें भी यह भ्रांति थी कि कमर के ऑपरेशन कराने के बाद मरीज की हालत पहले से भी ज्यादा खराब हो जाती हैं। इसी बीच यह लोग अपने साथी हस्स्रु जमान से मिले जो 6 महीने पूर्व न्यूरो सर्जरी के क्षेत्र में दिमाग का सबसे जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक लाइफ लाइन हॉस्पिटल में करवा के 10 दिनों के भीतर अपने देश वापस लौट गए थे। उनसे पूर्ण रूप से सहमत होकर और वीजा की प्रक्रिया पूर्ण करके लियाकत अली अपने और अपनी पत्नी के इलाज के लिए सीधे लाइफ लाइन हॉस्पिटल आए। जांचों की प्रक्रिया होने के बाद पहले लियाकत अली और 4 दिन बाद उनके पत्नी का आधुनिकतम मशीनों और तकनीकों के द्वारा, ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। एक तरफ इस सफल ऑपरेशन के बाद यह परिवार अब अपने देश जाने की तैयारी कर रहा है। तो वही दूसरी तरफ अपने विश्वस्तरीय आधारभूत संरचना एवं तकनीकों के प्रयोग से लाइफ लाइन हॉस्पिटल अब वैश्विक स्तर पर सफल ऑपेरशनो की फेहरिस्त तैयार करते हुए उत्तर प्रदेश एवं देश की नयी पहचान बनाने में अपनी भूमिका अदा कर रहा है। ऑपरेशन की टीम में न्यूरो सर्जन डॉ अनूप डॉ आकाश, डॉक्टर अजफर, एनेस्थेटिक डॉ गायत्री और ओटी स्टाफ सम्मलित थे।

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