दुस्साहस : वाहन चेकिंग कर रहे दरोगा की बाइक ही चोरों ने उड़ाई

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हौसला बुलंद चोरों की पुलिस को खुली चुनौती
मथुरा। मथुरा में वाहन चोरों की हौंसले देखिये यातायात पुलिस के दरोगा की हाईवे स्थित मंडी चौराहे पर खड़ी बाइक चोरी करके ही चुनौती दे डाली। इससे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस ने दरोगा की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर चोर की तलाश की जा रही है। सीसीटीवी से पुलिस पड़ताल कर रही है।
यातायात के नियमों के पालन कराने के साथ ही संदिग्धों की सघन चेकिंग करने के लिये शहर के अलावा कस्बा आदि में तिराहे चौराहों पर यातायात व स्थानीय पुलिस लगातार मशक्कत कर रही है। बावजूद इसके शातिर वाहन चोर बेखौफ हो मौका मिलते ही वाहन चोरी कर ले जाते हैं। अब तो पुलिस के वाहन चोरी करने से भी नहीं डर रहे।
बताते चलें कि आठ दिसम्बर को शाम के समय ट्रैफिक पुलिस में तैनात दरोगा विनोद कुमार मंडी चौराहे पर अपनी हीरो होंडा पैशन बाइक को रोड किनारे साइड में खड़ी कर यातायात व्यवस्था सुचारु करने व वाहन चेकिंग करने में जुटे थे, तभी शातिर और बेखौंफ चोर दरोगा जी की ही बाइक को उनकी नजर बचा चोरी कर पुलिस को खुली चुनौती दे दी। बाइक चोरी की जानकारी होने पर दरोगा भी दंग रह गये।
उन्होंने कोतवाली में चोर के खिलाफ बाइक हीरो होंडा पैशन के चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर चोर की तलाश कर रही है। हालांकि कुछ समय तक तो पुलिस भी इस आस में मामले को दबाए रही, कि चोर जल्द पकड़ लिए जाएंगे। मगर चार दिन भी चोरों का कोई सुराग लगाने में पुलिस असफल रही है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांडेय ने बताया कि दरोगा की बाइक चोरी हो गयी है। रिपोर्ट दर्ज कर चोरों की तलाश की जा रही है।
प्रतिदिन दो से तीन वाहन हो रहे जिले से चोरी
पुलिस लगातार सघन चेकिंग करती हो, लेकिन वाहन चोरी रुकने का नाम नहीं ले रहे। शातिर वाहन चोर गिरोह के सक्रिय सदस्य शहरी क्षेत्र ही नहीं जिले भर से कस्बा स्तर तक से पलक झपकते ही वाहन चोरी कर रहे हैं। हालात ये हैं कि प्रतिदिन दो से तीन वाहन चोरी हो रहे हैं, जबकि बरामदगी काफी कम हो पाती है।
जिले में वाहन चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इसका कारण जिले में अंर्तजनपदीय वाहन चोर गिरोह के सदस्य शहरी क्षेत्र में सक्रिय हैं। वह भीड़ वाले इलाकों लगातार रैकी करते हैं। वाहन खड़ा कर जाने वाले की रैकी करने के बाद गिरोह के समस्य मास्टर चाबी आदि के माध्यम से वाहन चोरी कर ले जाते हैं।
इन्हें बनाये गये विभिन्न ठिकानों पर ले जाते हैं। वहीं शातिर वाहन चोर वाहन चोरी कर पुलिस से नजर बचा पड़ोसी प्रांत राजस्थान, हरियाणा की ओर से वाहन चोरी कर ले जाते हैं। वह गोवर्धन, शेरगढ़ क्षेत्र में सीमावर्ती गांवों में ले जाते हैं, वहां से नूंह मेवात क्षेत्र तक वाहनों की सप्लाई करते हैं। बात आंकड़ों की करें तो जिले से पिछले तीन माह में करीब 301 वाहन चोरी हो चुके हैं।
इसके चलते औसतन प्रतिदिन दो से तीन वाहन विशेषकर बाइक चोरी हुई है, लेकिन इनकी रिपोर्ट पुलिस द्वारा समय से न करने के चलते चोरों के हौंसले बढ़ जाते हैं। बात बरामदगी की करें तो प्रति माह करीब 25 से 30 वाहन बरामद होते हैं, जबकि पुलिस भी वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज कर मामला ठंडे बस्ते में डाल देती है।
वाहन चोरी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी का एक कारण पुलिस की लापरवाही थी। लोगों का कहना है कि जब उनका वाहन चोरी होता है तो वह पुलिस को सूचना देते है। इसके काफी देर बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है। इस दौरान पुलिस वाहन चोर की तलाश कराने के बाद पीड़ित से ही सवाल पर सवाल करती है।
इसके बाद जब पीड़ित थाने में तहरीर देता है तो उसे यह कह कर टाल देती है कि ठीक है वाहन की तलाश की जा रही है। हालात ये है कि कई-कई दिन बाद वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज होती है। इससे चोरों को निकलने का मौका मिल जाता है।

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