आजमगढ़: लेखपाल की मिलीभगत से प्रधान ने भूमिधरी पर किया कब्जा

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चालीस लाख रुपए के बजट पर गड़ी है लेखपाल व प्रधान की नजर
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। ग्रामपंचायत में विकास कार्य के लिए भेजी गई चालीस लाख रुपए पर नजर गड़ाए ग्राम प्रधान ने सरकारी धन हड़पने की योजना में क्षेत्रीय लेखपाल को शामिल किया और खेल शुरू हो गया। प्रधान के पक्ष में मामला निपटाने के लिए लेखपाल ने राजस्व अभिलेखों में भूमिधरी के नाम दर्ज भूमि पर सरकारी विद्यालय का निर्माण कार्य प्रस्तावित कर इस मामले में न्यायालय के आदेश के परवाह किए बगैर अपना फैसला सुना दिया। लेखपाल की शह पर ग्राम प्रधान ने भूमिधरी के नाम दर्ज भूमि पर खूंटा गाड़ कर कब्जा करा दिया। अब पीड़ित पक्ष न्यायालय के आदेश की प्रति लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की चौखट पर न्याय की गुहार लगाने को मजबूर हैं।
लालगंज तहसील क्षेत्र में बेलाखास ग्राम निवासी इंद्रबहादुर सिंह व श्यामबिहारी सिंह पुत्रगण भगौती सिंह शुक्रवार को जिलाधिकारी से मिले और शिकायती पत्र के माध्यम से आरोप लगाया कि उनके नाम दर्ज भूमिधरी के जमीन पर जबरन बनाए गए प्राथमिक विद्यालय को हटाने के लिए न्यायालय की शरण में जाना पड़ा। दोनों पक्षों की सुनवाई करते हुए न्यायालय ने पीड़ित पक्ष के हक में फैसला सुनाते हुए उक्त भूमि पर बनाए गए विद्यालय को हटाने का आदेश दिया। किसी तरह विद्यालय का ध्वस्तीकरण कराया गया। इसके बाद अब वर्तमान ग्राम प्रधान की नजर उक्त भूमि पर गड़ गई। प्रधान ने ग्राम सभा में विकास कार्य कराने के नाम पर आए चालीस लाख रुपए को निपटाने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल को अपनी योजना में शामिल किया और बीते 17 दिसंबर को डिग्रीशुदा भूमि की मापी कर पुनः उसी भूमि पर सरकारी विद्यालय निर्माण हेतु खूंटा गाड़ दिया गया। इस मामले में न्यायालय आदेश की अवहेलना करते हुए विधि विरुद्ध किए गए अनैतिक कार्य को बंद कराने के लिए शुक्रवार को जिला मुख्यालय पहुंचे पीड़ित दोनों भाई जिलाधिकारी से मिले और अपनी पीड़ा बताते हुए उन्हें शिकायती पत्र सौंपा है।

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