विधवा-तलाकशुदा महिलाओं को शिकार बनाता था फर्जी जज

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पुलिस ने निकला शादी का विज्ञापन, अपने ही जाल में फंसा जालसाज
लखनऊ। खुद को सिविल जज बताकर कई विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को शादी करने का झांसा देने वाले लाखों कैश और जेवरात ठगने के आरोपी को हजरतगंज पुलिस-साइबर क्राइम सेल की संयुक्त टीम ने अखबारों में शादी का फर्जी विज्ञापन का जाल फैलाकर दबोचने में कामयाबी पाई है। आरोपित खुद भी अखबारों में शादी का विज्ञापन देने वाली महिलाओं को बातों के जाल में फंसाता था और जब पूरी तरह भरोसे में ले लेता तो उनका शारीरिक शोषण शुरू कर देता था। इसके बाद शादी करने का झांसा देकर उनसे लाखों कैश, जेवरात और महंगे फोन समेत कर रफूचक्कर हो जाता था।

पुलिस के मुताबिक आरोपित ने लखनऊ और आसपास की करीब दो दर्जन से अधिक महिलाओं को इसी तरह निशाना बनाया था। ऐसे में पुलिस ने भी उसे रंगेहाथ पकड़ने के लिए उसका ही दांव आजमाया और विज्ञापन का जाल फैलाकर दबोच लिया। उससे चार लाख कैश, जेवर, सरकारी कार्यालय की मुहर मिली है।
डीसीसी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि कानपुर के नवाबगंज निवासी आरोपित विष्णु शंकर गुप्ता (30) को गिरफ्तार किया गया है, यह नौ माह से फरार था। जनवरी में पीड़िता ने साइबर क्राइम सेल लखनऊ में केस दर्ज कराया था कि उसने अखबार पत्र में शादी के लिए विज्ञापन दिया था। इस पर एक व्यक्ति ने खुद को सिविल जज बताकर शादी का झांसा दिया। धीरे-धीरे मिलना-जुलना बढ़ने पर शादी की बात कहकर आरोपी ने उससे दुष्कर्म किया।
आरोपी ने पीड़िताओं को भरोसे में लेकर 43.50 लाख, पांच लाख रुपये के जेवर और दो आईफोन हड़प लिए। इसके बाद अचानक गायब हो गया। अब मोबाइल पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसके बाद आरोपित को उसके ही जाल में फंसाने की रणनीति बनाई गई। समाचार पत्र में शादी के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराया गया। आरोपित ने पूर्व की तरह खुद को सिविल जज बताकर विज्ञापन में दिए नंबर पर फोन कर शादी का प्रस्ताव रखा। साइबर क्राइम सेल की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित पर पूर्व में कानपुर में पांच मुकदमे दर्ज हैं।

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