आजमगढ़: मां के प्रति प्रेम जगने से घर से भागी थी बेटियां

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सर्विलांस के सहारे पुलिस ने लापता तीन बहनों को महाराष्ट्र के पालघर से किया बरामद

आजमगढ़। मां के प्रति जब प्रेम जगा तो बेटियों ने परिवार द्वारा बंटवारे की रस्म को तोड़कर मां के लिए मुम्बई चली गई। जीयनपुर क्षेत्र से लापता हुईं तीन चचेरी बहनों को पुलिस ने महाराष्ट्र के पालघर जिला अंतर्गत तुंगारेश्वर हाटा वसई बाजार से बरामद कर लिया। दो बहनों को मुंबई से आई उनकी मां अपने साथ ले गई थीं, जबकि तीसरी घूमने के लिए उनके साथ निकल पड़ी। स्वजन से पूछताछ के बाद पुलिस ने मुंबई में रह रही मां और लापता बहनों के मोबाइल को सर्विलांस के जरिए ट्रेस किया तो उन लड़कियों को पुलिस ने बरामद कर लिया। पुलिस विधिक प्रक्रिया के तहत ही बहनों को उनके स्वजन के सुपुर्द करेगी।
बताते चलें कि जीयनपुर कोतवाली अंतर्गत बर्जला गांव के राजेश की चार बेटियां हैं। दो बेटियां अपनी मां के साथ मुंबई, तो दो अन्य अंशिका और अनामिका अपने चाचा रविंद्र के साथ रहती हैं। रविंद्र व उनकी पत्नी लाली में मनमुटाव के बाद बेटियों को रखने को लेकर दो-दो का बंटवारा हुआ है। राजेश गुजरात में रहते हैं, जबकि बेटियों की देखभाल के लिए अपने भाई के यहां छोड़ रखे थे। इधर मां का बेटियों के लिए प्रेम जगा तो वह आठ सितंबर को मुंबई से आजमगढ़ आ पहुंची। दोनों बेटियों को बुलाया तो उनके साथ उनकी चचेरी बहन कविता भी आ गई। लाली अपनी बेटियों को ले जाने लगी तो कविता उनके साथ घूमने की बात कहकर हो ली। इधर तीनों बहनों के लापता होने की बात पता चली तो पुलिस की नींद उड़ गई। पुलिस को स्वजन के जरिए घटनाक्रम की जानकारी हुई, तो सर्विलांस ने उनकी बरामदगी की राह आसान कर दी।
दरअसल, घटना वाले दिन लाली के मोबाइल का लोकेशन आजमगढ़ में था। हालांकि तीनों बहनें घर से निकलीं, तो दवा लेने की बात स्वजन को बताईं थीं। उन्होंने गांव से कुछ दूर स्थित मनिकाडीह बाजार स्थित जन सेवा केंद्र से 300 रुपये भी निकालीं थीं। कोतवाली प्रभारी यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि पूछताछ के बाद बेटियों को उनके अभिभावकों को सुपुर्द कर दिया जाएगा।

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