आजमगढ़: संघर्ष से ही संस्कृत शिक्षकों को मिलेगा न्याय-राजेन्द्र पाण्डेय

Youth India Times
By -
0

वेतन विसंगति सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रांतीय संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक समिति ने की बैठक
आजमगढ़। प्रांतीय संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय शिक्षक समिति की बैठक 28 सितंबर को समिति के केंद्रीय अध्यक्ष राजेंद्र पांडे की अध्यक्षता में श्री सनातन धर्म संस्कृत कॉलेज आजमगढ़ पर संपन्न हुई। बैठक का संचालन केंद्रीय महामंत्री आनंद कुमार उपाध्याय ने किया। बैठक में संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा 200 रूपये अतिरिक्त प्रवेश शुल्क लिए जाने का पुरजोर विरोध करते हुए पंडित राजेंद्र पांडे ने कहा कि हमने इस प्रवेश शुल्क को समाप्त करने के लिए विश्वविद्यालय को पत्र लिख दिया है तथा वार्ता भी इस संबंध में हो गई है वार्ता में इसे वापस लेने पर विश्वविद्यालय सहमत हो गया है। उत्तर प्रदेश संस्कृत शिक्षा परिषद न्यूनतम छात्र संख्या 105 करके संस्कृत विद्यालयों के साथ अन्याय कर रहा है हम इसकी भी लड़ाई लड़ रहे हैं विद्यालयों में अध्यापक नहीं है विषयों की भरमार है फिर छात्र संख्या 105 संभव नहीं है। उन्होंने शिक्षकों के वेतन विसंगति के संबंध में बताया कि प्रकरण शासन के विचाराधीन है जल्द ही इस संबंध में निर्णय लेने की बात शासन में चल रही है। शिक्षकों के वेतन विसंगति का समाधान शीघ्र ही हो जाएगा, इसलिए इसके लिए बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। संस्कृत शिक्षकों को संघर्ष से ही सब कुछ मिला है अब आगे भी हमें संघर्ष से ही न्याय मिलेगा और शासन के आदेश पर ही वेतन विसंगति दूर होगी। शिक्षक पद का न्यूनतम 4600 वेतन पर समिति ने सहमति व्यक्त कर दिया है। बैठक में प्रमुख रूप से विजय प्रकाश मिश्र, सुधींद्र राय, सूर्य नारायण पाठक, उदयभान गिरी, तेजभान त्रिपाठी, सुदामा पांडे, ऋषिकेश मिश्र, अनिरुद्ध त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)