आजमगढ़: डायट के दो कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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डीएलएड व बीटीसी में दाखिला कराने के लिए ढाई लाख रुपये की वसूली का आरोप
आजमगढ़। जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के दो कर्मचारियों के खिलाफ अतरौलिया थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया है। पीड़िता का आरोप है कि दोनों कर्मचारियों ने डीएलएड व बीटीसी में दाखिला कराने के लिए ढाई लाख रुपये की वसूली की। तीन साल बीत गए लेकिन उसका दाखिला नहीं हुआ। जब खुद को ठगे जाने का एहसास हुआ तो उसने अपने दिए हुए पैसे की मांग की। जिसे लेकर डायट के कर्मचारियों ने उसके साथ अभ्रदता की। अतरौलिया थाना क्षेत्र के गौरा रघुबर गांव निवासी डा. गुलाब सिंह की पुत्री रिचा सिंह ने साढ़े तीन साल पहले डीएलएड व बीटीसी में दाखिला पाने के लिए प्रयास कर रही थी। उसकी मुलाकात गांव के ही रवि प्रताप सिंह जो जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान डायट पर बतौर बाबू के पद पर कार्यरत है। जिनका एक मकान शहर के मड़या शहर कोतवाली में भी है। उन्होंने रिचा से कहा कि डायट पर सहायक अध्यापक ट्रेनर के रूप में संदीप सिंह निवासी लालमनपुर थाना अज्ञात जनपद अंबेडकर नगर जो वर्तमान समय में शहर कोतवाली के एलवल में रहते है, वह कार्य करते हैं।
आरोप है कि रवि सिंह ने झांसा देते हुए कहा कि संदीप सिंह का खुद का विद्यालय है। उसके मालिक व प्रबंधक भी वही हैं। रिचा उनके झांसे में आ गई और उसे डायट जाफरपुर में बुलाया गया। जहां बताया गया कि फीस के तौर पर एक लाख रुपये तथा सुविधा शुल्क के रूप में 50 हजार रुपये तथा सेंटर पर 10 हजार व 20 हजार करके कुल 50 हजार रुपये कुल दो लाख रुपये दिया गया। रिचा ने बताया कि उसके नाना बहादुर सिंह जो कंधरापुर थाना क्षेत्र के हरखूपुर गांव के रहने वाले हैं, उनके भी खाते में 50 हजार रुपये भेजा था। जिसे लेकर वह विजय बहादुर सिंह के साथ डायट पर गई थी। जहां दोनों मिले थे। नाना ने दोनों से कहा कि एक लाख 50 हजार रुपये मेरा वापस कर दीजिए। एक लाख ही खर्च हुआ है। जिसे लेकर वह दोनों नाराज हो गए और भद्दी-भद्दी गाली देते हुए जान से मारने की बात करने लगे। उपरोक्त लोगों ने धोखाधड़ी करके एक लाख 50 हजार रुपये हड़प लिए। सूचना सिधारी थाने पर दी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। पीड़िता की तहरीर पर रवि प्रताप सिंह व संदीप सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई।

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