आजमगढ़: कुंटू सिंह के सहयोगी प्रदीप कबूतरा की संपत्ति कुर्क

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19 मुकदमों के आरोपी के मकान व डिग्री कालेज को किया गया जब्त
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। जनपद की पुलिस ने प्रदेश के टापटेन अपराधियों में शामिल बाहुबली ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू के सहयोगी प्रदीप सिंह कबूतरा की एक करोड़ 20 लाख से अधिक की संपत्ति को कुर्क कर लिया। सोमवार को जब्त की गई संपत्ति में अपराध के दम पर अर्जित की गई रकम से तैयार किए गए मकान और पीजी कालेज शामिल हैं।
पुलिस ने यूपी के टॉप टेन गैंगेस्टर ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह के सहयोगी अपराधी प्रदीप सिंह कबूतरा की एक करोड़ 20 लाख से अधिक की संपत्ति कुर्क की है।प्रशासन के अनुसार अपराधी प्रदीप सिंह ने यह सारी संपत्तियां अवैध धन से क्रय की थी। जिले के एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि तरवां थाने में पंजीकृत गैंगस्टर एक्ट से संबंधित अभियुक्त प्रदीप सिंह पुत्र रामअवध सिंह निवासी ग्राम कबूतरा थाना तरवां के द्वारा अपराध से अर्जित धन से क्रय किये गये मकान व महाविद्यालय की जब्तीकरण की कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी। इसके तहत प्रशासन ने अपराधी प्रदीप सिंह की एक करोड़ 20 लाख 15 हजार से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। इस प्रकरण के तहत बीते 17 जून को जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज द्वारा तहसीलदार मेंहनगर, एवं थानाध्यक्ष तरवां को उक्त सम्पत्ति को नियमानुसार कुर्क करने आदेश दिया गया था। इन संपत्तियों को सोमवार को गांव में डुगडुगी पिटवा कर जब्त किया गया।
तरवां थानाध्यक्ष ने बताया कि अभियुक्त प्रदीप सिंह द्वारा अपराध जगत की अर्जित संपत्ति से पक्का मकान एवं कबूतरा गांव में विश्वनाथ सिंह स्मारक महाविद्यालय बनाया गया है। उक्त विद्यालय का संचालन अभियुक्त प्रदीप सिंह के भाई विनोद सिंह के द्वारा किया जा रहा है। विनोद सिंह इंटर कालेज के अध्यापक थे जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इतने बड़े महाविद्यालय के निर्माण के लिए अध्यापक की आय का स्रोत पर्याप्त नहीं है। अभियुक्त प्रदीप सिंह द्वारा अपराध जगत से अर्जित संपत्ति को छिपाने के उद्देश्य से महाविद्यालय का निर्माण कर अपने भाई विनोद सिंह के नाम महाविद्यालय की मान्यता लेकर संचालन कराया जा रहा था। प्रदीप सिंह के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों के साथ ही लखनऊ के गोमतीनगर थाने में 19 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। जिनमें हत्या, चोरी, धोखाधड़ी, शाजिश रचने व अवैध शराब के निर्माण व बिक्री से संबंधित गंभीर अपराध सम्मिलित हैं। प्रदीप कबूतरा व उसके साथियों के द्वारा छल व कूटरचित तरीके से 742 पेटी अपमिश्रित शराब तैयार करने व बिक्री किए जाने के कारण तरवां थाने में विगत वर्ष 2012 में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है।

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