आजमगढ़: पुण्यतिथि पर नीलिमा श्रीवास्तव के विचारों पर डाला गया प्रकाश

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आजमगढ़। शहर के ए एन मेमोरियल चिल्ड्रन स्कूल अराजीबाग विद्यालय के संस्थापक प्रधानाचार्य नीलिमा श्रीवास्तव की प्रथम पुण्यतिथि विद्यालय प्रांगण में मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती मालती मिश्रा ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में युवा समाजसेवी अविनाश चौहान, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रणीत श्रीवास्तव हनी, अभिषेक जयसवाल दीनू, पुनीत राय, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष माला द्विवेदी, गायत्री परिवार की उषा शर्मा, श्रीमती कंचन मिश्रा पत्नी विधानसभा आजमगढ़ प्रत्याशी अखिलेश मिश्रा उपस्थित थे। सर्वप्रथम अतिथियों ने सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए दीप प्रज्ज्वलन किया। तत्पश्चात लोगों ने नीलिमा श्रीवास्तव को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। 

सभा को संबोधित करते हुए डॉ. पूनम तिवारी ने बताया कि नीलिमा एक व्यक्ति नहीं एक अनोखा व्यक्तित्व था जो नारी शक्ति संस्थान, भविष्य दीप कला केंद्र, भारत विकास परिषद, संस्कार भारती, बनवासी छात्रावास, अंतर्राष्ट्रीय भोजपुरी संगम, गायत्री परिवार, राष्ट्रीय साहित्य कला संस्थान सहित अन्य कई स्वयंसेवी संस्थानों से जुड़ी थी। प्रत्येक व्यक्ति इनमें अपने छवि को निहार सकता था। 

सभा को संबोधित करते हुए उषा शर्मा ने कहा की उनके जैसे विशाल ह्रदय की महिला कभी-कभी इस धरा पर अवतरित होती हैं। हमने या किसी ने भी किसी बच्चे के लिए अगर सिफारिश की होगी तो उन्होंने उसकी पूरी शिक्षा दीक्षा मुक्त कराई। यह उनके महान व्यक्तित्व का परिचायक है। 

पुनीत राय ने कहा कि बड़ी मिस हम पूरे जीवन में नहीं भूल पाएंगे और उनकी केवल एक खूबी को ही अगर हम अपने जीवन में उतार लें तो यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

अभिषेक जायसवाल ने कहा कि इस युग में महिलाएं दो कदम आगे बढ़ रही हैं तो कहीं न कहीं इसके पीछे श्रीमती नीलमा श्रीवास्तव का हाथ रहा है। माला द्विवेदी ने अपने संबोधन में बताया कि आप शिक्षा के साथ-साथ संगीत के क्षेत्र में भी अपना एक अलग स्थान रखती थी। हरकेश विक्रम श्रीवास्तव ने कहा निलिमा जी समाज सेवा के क्षेत्र में दो कदम आगे ही रहती थी। संस्कार भारती के अध्यक्ष डॉ डी.पी. तिवारी ने कहा कि हमें कभी ऐसा लगा ही नहीं कि वह एक ममतामई मां की जैसे हमारे प्रति व्यवहार नहीं किया। वह सब की लिए एक शीतल छांव के समान थी। 

सलिल श्रीवास्तव अपने मां को याद करते हुए भावविभोर हो गए और कहा वो बेटा बहुत भाग्यशाली होता है जिसकी मां सबकी मां होती हैं। ऐसा प्यार और दुलार समाज के लिए कम लोगों को नसीब होता है। सभा को संबोधित करते हुए मनीषा मिश्रा ने कहा कि व्यक्ति  चला जाता है लेकिन उसकी यादें ,उसके कार्य सदैव इस धरा पर जीवित रखते हैं ।सरोज यादव  गीत के माध्यम से उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर शंभू नाथ मिश्रा ने अपने निर्गुण भजनों से लोगों का मन मोह लिया। विद्यालय की एडमिनिस्ट्रेटिव हेड संध्या रानी गौड़ ने लोगों के प्रति आभार ज्ञापन किया ।इस अवसर पर अपनी मां को याद करते हुए सुधांशु श्रीवास्तव ने कहा कि  उनके जैसी महिला  समाज को एक नई दिशा और दशा दे गई। ऐसे लोग इस धरा पर कभी-कभी अवतरित होते हैं ।उन्होंने सबके लिए एक नया आदर्श प्रस्तुत किया ।सभा की अध्यक्षता करते हुए मालती मिश्रा ने कहा कि निसंदेह नीलिमा जी एक अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थी जो भी एक बार उनसे बात कर लेता था उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। मां के रूप में, एक पत्नी के रूप में ,एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने सारे जिम्मेदारियों का निर्वहन सफलतापूर्वक किया । इस अवसर पर अजेंद्र राय ने कहा कि एक नहीं दो-दो मात्राएं नर से भारी नारी ।नारी शक्ति के रूप में निलिमा जी का योगदान समाज के लिए अतुलनीय है ,और समस्त लोगों के लिए अनुकरणीय भी है।विद्यालय के प्रबंधक सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया ।कार्यक्रम का संचालन आलोक कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर शहर के गणमान्य व्यक्तियों के साथ विजयलक्ष्मी मिश्रा ,पूनम सिंह, सुमन सिंह, निरुपमा पाठक ,अनीता द्विवेदी, रमाकांत वर्मा ,सीताराम पांडे ,अनीता पांडे ,गीता त्रिपाठी ,आराधना श्रीवास्तव, ज्योत्सना पांडे ,नीलम दुबे , राय अनूप कुमार श्रीवास्तव,आकांक्षा ,अनामिका ,सचिन प्रजापति ,हरिप्रसाद ,मुकेश विश्वकर्मा ,अमन श्रीवास्तव, सुधा तिवारी ,अर्चना वत्सल ,उमेश सिंह गुड्डू ,संतोष राय,सारिका अमित लता , के पी यादव, मनोज राय ,एमके सिंह ,हरपाल यादव ,मानसिंह ,एसपी पांडे अनीता आलोक श्रीवास्तव आदि लोग उपस्थित थे।

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