आजमगढ़: एमएलसी चुनाव को लेकर भाजपा में बगावत

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पार्टी द्वारा अरूणकांत यादव को प्रत्याशी घोषित करने के बावजूद भाजपा एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे ने किया निर्दलीय नामांकन
आजमगढ़। जनपद में आजमगढ़-मऊ एमएलसी चुनाव को लेकर भाजपा के एक धड़े ने खुलकर बगावती बिगुल फूंक दिया। भारतीय जनता पार्टी द्वारा एमएलसी प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक अरूणकांत यादव के नाम की घोषणा की गयी है, इसके बावजूद भाजपा एमएलसी यशवंत सिंह के पुत्र विक्रांत सिंह ने निर्दल प्रत्याशी के रूप में आज नामांकन दाखिल किया।
बता दें कि अरूणकांत यादव सपा विधायक एवं बाहुबली नेता रमाकांत यादव के पुत्र हैं। जो 2017 के चुनाव में जनपद में फूलपुर-पवई सीट से भाजपा के एकमात्र विधायक चुने गये थे। 2022 के चुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा रमाकांत यादव को फूलपुर-पवई से प्रत्याशी बनाये जाने के बाद भाजपा द्वारा अरूणकांत यादव को टिकट नहीं दिया गया। जनपद की दसो सीटों पर इस बार समाजवादी पार्टी ने भारी मतों के अंतर से कब्जा जमा लिया। हालांकि प्रदेश में भाजपा दुबारा सत्ता में बहुमत से वापस आने में कामयाब हो गयी। इसके बाद जनपद में भाजपा के राजनीतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गयी कि एमएलसी के चुनाव में किसी प्रमुख चेहरे को टिकट देकर जनपद का नेतृत्व सौंपा जायेगा। भाजपा नेताओं द्वारा छिपेतौर पर यह चर्चा करते हुए सुना गया कि फूलपुर-पवई सीट से भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में भाजपा के पूर्व विधायक अरूणकांत यादव द्वारा प्रचार प्रसार नहीं किया गया। अरूणकांत यादव पर अपने पिता रमाकांत यादव का समर्थन करने का आरोप भी भाजपा नेताओं द्वारा लगाया जा रहा था। इस बावत सपा विधायक रमाकांत यादव द्वारा जब पूछा गया कि एमएलसी चुनाव में उनकी क्या भूमिका होगी तो उन्होंने साफ शब्दों में बताया कि इसका फैसला जनता करेगी, हमारे लिए दोनों बच्चे बराबर हैं। बता दें कि मऊ-आजमगढ़ स्थानीय प्राधिकरण के लिए भाजपा नेता सहजानन्द राय द्वारा भी टिकट के लिए प्रयास किया जा रहा था। अरूणकांत यादव को टिकट दिये जाने के भाजपा हाईकमान के फैसले से जनपद के नेताओं में कहीं न कहीं निराशा झलक रही है। वहीं समाजवादी पार्टी द्वारा फिर से राकेश यादव गुड्डू को एमएलसी का प्रत्याशी बनाया गया है।

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