आज़मगढ़ : मुबारकपुर सीट पर पहली बार मनोनीत हुए थे कांग्रेस विधायक

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आजादी के बाद पहले कांग्रेस, फिर बसपा का रहा है दबदबा
सपा-बसपा गठबंधन से चुने गए थे राम दर्शन यादव
अब तक नहीं खुला है भाजपा का खाता
आजमगढ़। आजादी के बाद मुबारकपुर सीट पर पहली बार कांग्रेस द्वारा मौलाना अब्दुल बाकी को मनोनीत विधायक बनाया गया। उसके बाद 1952 से लेकर 1969 तक लगातार चार बार कांग्रेस पार्टी का विधायक चुना गया। इस दौरान सबसे खास बात यह रही कि 1957 में कांग्रेस की टिकट पर सबसे कम उम्र 25 साल के चंद्रजीत यादव विधायक चुने गए। मुबारकपुर विधानसभा से पहले कांग्रेस के पांच बार तो अब बसपा के पांच बार विधायक चुने जा चुके हैं। मुबारकपुर सीट पर आजादी के बाद भाजपा का खाता अब तक नहीं खुल पाया।
मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या तीन लाख 52 हजार 935 है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या एक लाख 84 हजार 874 और महिला मतदाताओं की संख्या एक लाख 68 हजार 59 है। इस सीट को मुस्लिम बाहुल्य कहा जाता है।
इस सीट पर 1952-1957 तक प्रद्युम्न नाथ सिंह कांग्रेस ने जीत हासिल की थी फिर 1957- 62 चन्द्रजीत यादव कांग्रेस (25 साल सबसे कम उम्र के विधायक), चुने गए, पुनः 1962-67 चन्द्रजीत यादव कांग्रेस और 1967-69 विश्वनाथ सिंह, कांग्रेस के विधायक चुने गए। 1969-74 भाभी राम यादव भारतीय क्रांति दल, 1977 में भाभी राम यादव जेएनपी ने जीत हासिल की थी। इसके बाद 1980 में हुए चुनाव में कांग्रेस के दूधनाथ ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाया। लेकिन इस सीट पर वह कांग्रेस के आखिरी विधायक भी रहे। इसके बाद 1985 में हुए चुनाव में आईएनडी के हफीज भारती ने कब्जा जमाया। 1989 में जनता दल के यशवंत सिंह ने जीत हासिल की। 1991 में जनता दल के टिकट पर अब्दुस्सलाम ने जीत हासिल की। फिर सपा और बसपा का उदय हुआ और बसपा इस सीट पर हावी होती चली है। 1993 में सपा-बसपा गठबंधन के टिकट पर रामदर्शन ने इस सीट पर सपा का खाता खोला। लेकिन 1996 के चुनाव में वह इसे दोहरा नहीं सके और बसपा के यशवंत सिंह ने उन्हें हरा दिया। फिर 2002 और 2007 में बसपा के चंद्रदेव राम यादव ने इस सीट पर कब्जा जमाया। फिर 2012 और 2017 में बसपा के ही शाह आलम गुड्डू जमाली ने इस सीट पर कब्जा जमाया।
आजादी के बाद मुबारकपुर से जीते लोग-
वर्ष-विजेता-पार्टी
1952-1957 तक प्रद्युम्न नाथ सिंह, कांग्रेस
1957- 62 चन्द्रजीत यादव। कांग्रेस
1962-67 चन्द्रजीत यादव। कांग्रेस
1967 -69 विश्वनाथ सिंह। कांग्रेस
1969-74 भाभी राम यादव, बीकेडी
1977-भाभी-जेएनपी
1980-दूधनाथ-कांग्रेस
1985-हफीज भारती-आईएनडी
1989-यशवंत सिंह-जनता दल
1991-अब्दुस्सलाम-जनता दल
1993-रामदर्शन-सपा बसपा गठबंधन
1996-यशवंत सिंह-बसपा
2002-चंद्रदेव-बसपा
2007-चंद्रदेव-बसपा
2012-शाहआलम-बसपा
2017-शाहआलम-बसपा
मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र बुनकर बाहुल्य इलाका है। एक समय था जब इसे मिनी दुबई कहा जाता था। दूर-दूर से लोग यहां काम की तलाश में आते थे। हजारों लोगों को यहां रोजगार मिलता था। आज भी हथकरघे की खटर पटर से पूरा क्षेत्र 24 घंटे गूंजता रहता है। लेकिन एक दंगे ने इस रेशमी नगरी की सारी चमक को गायब कर दिया। न तो पहले की तरह कारोबार रहा और न ही बुनकरों की हालत में सुुुधार हो रहा। जिसका परिणाम है कि यहां के लोग अब खाड़ी देशों को पलायन करने लगे हैं। सपा सरकार में यहां पर विपणन केंद्र का निर्माण कराया गया लेकिन यह भी शोपीस बनकर रह गया है।

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