आजमगढ़: प्रेमप्रपंच के चलते मारे गए थे लेखपाल दंपती

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घटना का खुलासा कर पुलिस ने सात को किया गिरफ्तार

मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर
वीडियो में देखें हत्यारिन बहू ने क्या कहा
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’

एसपी का बयान-

आजमगढ़। बहू से चल रहे प्रेम प्रसंग के चलते प्रेमी ने ऐसा जाल बुना कि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे।  प्रेमी के सारे मंसूबे फेल हो गए जब प्रेम प्रपंच के चलते प्रेमी ने प्रेमिका के सास और ससुर के हत्या की योजना इसलिए बनाई की लेखपाल ससुर की हत्या के बाद उसके पुत्र को नौकरी मिलेगी और फिर पुत्र को ठिकाने लगाने के बाद मेरी प्रेमिका नौकरी के साथ ही घर की मालकिन बन बैठेगी और हम राज करेंगे। इस मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया है मुख्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है।


शनिवार को घटना के खुलासे के संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि बीते 28 नवंबर की रात तरवा थाना क्षेत्र के पिछोरपुर गांव में चकबंदी लेखपाल राम नगीना यादव व उनकी पत्नी मनसा देवी की निर्मम हत्या कर दी गई थी घटना के समय दोनों गांव की आबादी से दूर सड़क किनारे बनाए गए मकान में सो रहे थे या घटना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी, कारण कि परिजनों के अनुसार उनके परिवार से किसी की कोई दुश्मनी नहीं थी वहीं लोग कयास लगा रहे थे कि चकबंदी के मामले में संभवतः लेखपाल व उनके पत्नी की हत्या कर दी गई होगी। पुलिस अधीक्षक ने इस घटना को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और इसके लिए पुलिस टीम गठित की। घटना की सुरागकसी में लगी पुलिस टीम ने विवेचना के दौरान हाथ लगे तथ्यों के आधार पर रविवार को घटना का खुलासा करते हुए डबल मर्डर में शामिल 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना का मुख्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक राम नगीना की पुत्रवधू ज्योति का रानी की सराय क्षेत्र के कोठिया ग्राम निवासी पंकज यादव पुत्र रमाकांत यादव के साथ प्रेम प्रपंच चल रहा था ज्योति के प्रेमी पंकज ने प्रेमिका को अपना बनाने की चाह में बड़ी योजना बनाते हुए अपने कई दोस्तों को शामिल कर लिया, घटना से 5 दिन पूर्व ज्योति के प्रेमी पंकज यादव ने सिधारी थाना क्षेत्र के गेलवारा ग्राम निवासी अखिलेश यादव पुत्र राजेंद्र यादव तथा रानी की सराय क्षेत्र के हमीरपुर ग्राम निवासी जितेंद्र कुमार मलिक उर्फ जेके पुत्र सुरेश राम को प्रेमिका ज्योति के ससुर राम नगीना राम की हत्या की योजना बनाते हुए कहा कि ज्योति के ससुर की हत्या के बाद प्रेमिका के पति को नौकरी मिल जाएगी इसके बाद उसके पति की हत्या करके हम प्रेमिका के परिवार की पूरी संपत्ति पर राज करेंगे। मित्रवत संबंध के कारण पंकज के दोनों मित्र उसकी बातों में घटना को अंजाम देने की ठान ली। योजना के अनुसार बीती 28 नवंबर की शाम पंकज अखिलेश यादव को लेकर घटना को अंजाम देने के लिए निकल पड़ा। घटना वाले दिन पंकज और अखिलेश दोनों शहर से सटे बेलइसा चौराहे पर रूके और फिर वहां से धारदार हथियार व लोहे की रॉड लेकर निकल पड़े। घटना को अंजाम देने से पूर्व रास्ते में दोनों ने बीयर का आनंद लिया और फिर बाइक के नंबर प्लेट पर धूल पोत कर अपने मनसूबे को अंजाम देने की जुगत में जुट गए। रात करीब 9.00 बजे दोनों घटनास्थल के पास पहुंच गए और लेखपाल का इंतजार करने लगे कुछ ही देर बाद लेखपाल अपनी पत्नी के साथ अपने निर्माणाधीन मकान पर आते दिखे। कुछ देर दोनों ने इंतजार किया और फिर मौके पर पहुंच गए। इस दौरान लेखपाल अपनी पत्नी के साथ एक ही चारपाई पर मच्छरदानी लगाकर सोया था। हत्या की योजना बना चुके पंकज और अखिलेश निर्माणाधीन मकान में पीछे के रास्ते अंदर घुसे और बरामदे में मच्छरदानी लगाकर सोए लेखपाल राम नगीना के सिर पर लोहे की रॉड से प्रहार कर दिया।  उनकी चीख सुनकर बगल में सोई पत्नी मनसा की नींद खुली और वह हमलावरों से भिड़ गई। इस दौरान दोनों ने मनसा देवी के ऊपर भी कई घातक प्रहार कर दिए। दोनों की मौत हो जाने के बाद दोनो पर हमलावर उसी रास्ते से निकल गए जिधर से आए थे। वापस लौटते समय बांेगरिया बाजार सिंहपुर नहर मार्ग पर दोनों ने झाड़ी में घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड बांका को छिपाया और आगे निकल गए। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों रात में रानी सराय क्षेत्र के तमौली ग्राम निवासी सर्वेश यादव उर्फ गोलू पुत्र मंगरु के घर पहुंचे। इसके बाद हत्या को अंजाम देने वाले कई जगहों पर शरण लिए और सभी ने उनका सहयोग किया। घटना की तह में लगी पुलिस हर स्तर पर अपनी निगरानी कर रही थी और सर्विलांस के माध्यम से मिल रहे तथ्यों के आधार पर पुलिस ने इस मामले में शामिल सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि घटना का मुख्य सूत्रधार पंकज यादव अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने 25000 का इनाम घोषित कर दिया है। पकड़े गए आरोपियों में  मृतक की बहू ज्योति पत्नी कौशल प्रताप, अखिलेश यादव पुत्र राजेंद्र यादव व सिंटू यादव पुत्र शंभू यादव ग्राम गेलवारा थाना सिधारी, जितेन्द्र कुमार मलिक उर्फ जेके पुत्र सुरेश ग्राम हमीरपुर सैदवारा थाना क्षेत्र रानी की सराय, सर्वेश यादव पुत्र सरभू ग्राम तमौली व रमाकांत यादव पुत्र मुंशी ग्राम कोठिया थाना रानी की सराय तथा धर्मेंद्र यादव पुत्र रामशकल निवासी रूपाली कालोनी थाना कंधरापुर बताए गए हैं। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने खुलासा करने वाली टीम को 15000 पुरस्कार देने की घोषणा की है। साथ ही घटना में शामिल मुख्य आरोपी पंकज यादव पुत्र रमाकांत यादव ग्राम कोठिया थाना रानी की सराय एवं बबलू यादव पुत्र रामसकल यादव निवासी रूपाली कालोनी थाना क्षेत्र कंधरापुर के खिलाफ 25000 का इनाम घोषित किया है।

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