आजमगढ़: पुत्र वियोग में झर-झर बह रहे बड़ी मां के आंसू

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यमदूत बने ट्रक ने ली मासूम की जान
रिपोर्ट-वेद प्रकाश सिंह ‘लल्ला’
आजमगढ़। जन्म के छह महीने बाद मां का साया सिर से उठा और बड़ी मां दूधमुहें भतीजे को अपना बेटा मान उसके पालन-पोषण में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखा। बच्चे की अच्छी परवरिश के लिए बड़ी मां दत्तक पुत्र और पति के साथ शहर में निवास करने लगी। बुधवार की दोपहर पैतृक घर से चचेरे भाई के साथ शहर लौट रहे 7 वर्षीय मासूम को यमदूत बने ट्रक ने रौंद डाला। इस हादसे में बच्चे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस दुखद खबर को पाने के बाद पालन-पोषण करने वाली ममतामयी बड़ी मां के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। दुर्घटना तरवां थाना क्षेत्र के खरिहानी बाजार के समीप हुई। पुलिस ने हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया है।
तरवां थाना क्षेत्र के सेता का पूरा ग्राम निवासी योगेंद्र वर्मा की पत्नी लगभग सात वर्ष पूर्व एक पुत्र को जन्म देने के छह माह बाद स्वर्ग सिधार गई। अचानक आई विपदा से बेहाल हुए योगेंद्र को उनकी भाभी ने हौसला दिया और नवजात के पालन-पोषण का जिम्मा संभालने लगी। बड़े भाई के परिवार के साथ जुड़ चुके इकलौते पुत्र शुभम को उनके पास छोड़कर योगेंद्र वर्मा मुंबई जाकर कमाने लगे। दत्तक पुत्र की अच्छी परवरिश के लिए शुभम की बड़ी मां उसे लेकर पति के साथ शहर में किराए का कमरा लेकर रहने लगी। बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व शुभम शहर स्थित आवास से अपने पैतृक गांव गया हुआ था। बुधवार की दोपहर वह अपने चचेरे भाई अरविंद के साथ बाइक से शहर लौट रहा था। रास्ते में खरिहानी बाजार के समीप तेज रफ्तार ट्रक से बाइक में टक्कर लगी और पीछे बैठा शुभम सड़क पर जा गिरा। बेकाबू ट्रक ने मासूम को रौंद डाला, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस हादसे में अरविंद बाल-बाल बच गया। दत्तक पुत्र के मौत की खबर जैसे ही उसकी बड़ी मां को लगी उसकी हालत अर्द्धविक्षिप्त जैसी हो गई। बड़ी मां के आंखों से पुत्र वियोग में झर-झर बह रहे आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। मौत की खबर से मृत बालक के गांव में भी मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। इकलौते पुत्र के मौत की खबर पाकर मृतक के पिता योगेंद्र मुंबई से घर के लिए रवाना हो चुके हैं।

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