जब्त होनी है हिस्ट्रीशीटर की जो प्रॉपर्टी उस पर चल रहा धड़ल्ले से निर्माण

Youth India Times
By -
0

गोरखपुर। डीएम कोर्ट ने जिस प्रॉपर्टी को जब्त करने का आदेश दिया है उस पर धड़ल्ले से निर्माण कार्य चल रहा है। मंगलवार और बुधवार को काफी संख्या में मजदूर और मिस्त्री लगाकर यहां निर्माण हुआ, जबकि जिला प्रशासन की तरफ से तत्काल प्रभाव से प्रापर्टी को जब्त करने का आदेश जारी करते हुए डीएम कोर्ट को अवगत कराना था। हालांकि जिस हिसाब से सुस्ती है ऐसा लग रहा है कि जब्ती करने वाले ही चाहते हैं कि आरोपित निर्माण पूरा कर ले।
शाहपुर इलाक में स्थित हिस्ट्रीशीटर रणधीर सिंह की करीब 60 करोड़ की संपत्ति डीएम ने अपने कोर्ट के जरिए जब्त करने का आदेश दिया है। जब्ती के आदेश के साथ ही इसका तत्काल प्रभाव से पालन कराकर न्यायालय को सूचित करने को कहा है। डीएम ने जिन प्रॉपर्टी को जब्त करने का आदेश दिया है उनमें मेडिकल रोड पर एचएन सिंह चौराहे के पास स्थित रणधीर के होटल, मैरेज लॉन, मकान व दुकान शामिल हैं। सोमवार को सामने आए इस आदेश के बाद भी बुधवार की शाम तक जब्ती की कार्रवाई नहीं हुई और इसका फायदा उठाकर हिस्ट्रीशीटर रणधीर सिंह की तरफ से निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
दरअसल कुछ महीने पहले तत्कालीन डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने गैंगेस्टर एक्ट के आरोपित शाहपुर निवासी रणधीर सिंह की चल-अचल संपत्ति को कुर्क करने का आदेश दिया था। आदेश के बाद रणधीर सिंह ने जिलाधिकारी को एक आवेदन पत्र देकर अनुरोध किया था कि बारिश का महीना चल रहा है ऐसे में भवनों में रखा सारा सामान खराब हो जाएगा। इसलिए कुछ महीने के लिए मोहलत दे दी जाए। इस आवेदन पर तत्कालीन जिलाधिकारी ने मोहलत देते हुए कहा था कि भवन सिर्फ सामानों के रख-रखाव के लिए ही छोड़ा जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार से कोई निर्माण अवैध होगा। पर ऐसा नहीं हुआ। पूर्व डीएम के ट्रांसफर के बाद रणधीर ने मौका देख भवनों में निर्माण शुरू करा दिया। इसकी जानकारी होने पर पुलिस और अभियोजन ने वर्तमान डीएम विजय किरन आनंद को रिपोर्ट दी कि जिन भवनों को जब्त किया जा चुका है उसपर निर्माण की कार्रवाई चल रही है। रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने पूर्व में जब्त हुईं सभी प्रापर्टियों को अंतिम रूप से जब्त करने का आदेश किया है। साथ ही कहा कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा और इसपर तत्काल अमल कराते हुए न्यायालय को सूचित करें। रणधीर सिंह पर शाहपुर, कैंट और सिकरीगंज थाने में कुल नौ केस दर्ज हैं। शाहपुर से ही गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई थी। रणधीर पर हत्या के प्रयास, मारपीट और जालसाजी के केस दर्ज हैं। इनमें एक केस में वह बरी हो गया है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)