सड़क से सदन तक विपक्ष ने दिखाया तेवर

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महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्या, ध्वस्त कानून व्यवस्था सहित विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को अलग-अलग अंदाज में विधान भवन पहुंचे विपक्षी दलों के विधायकों ने सदन के बाहर और अंदर सरकार के खिलाफ अपने तीखे तेवर दिखाए। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं की उपेक्षा, कोरोना के कथित कुप्रबंधन और ध्वस्त कानून व्यवस्था का विरोध कर रहे विपक्षियों ने सत्र के दौरान सरकार को घेरने का अपना इरादा जता दिया। एक हाथ में समाजवादी पार्टी का झंडा, दूसरे में तिरंगा थामे और सरकार को दिखाने के लिए गले में आईना लटकाये बैलगाड़ी पर सवार होकर विधान भवन का रुख करने वाले सपा विधायक राजेश यादव, संग्राम यादव और नरेंद्र सिंह वर्मा को पुलिस ने हजरतगंज चौराहे के पास रोका। उधर, कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह रिक्शा चलाते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय से विधान भवन के लिए निकले। उनके पीछे कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना सब्जियों का ठेला लेकर तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू गले में सरकार विरोधी नारे लिखी तख्ती लटकाये पार्टी के अन्य विधायकों के साथ चल रहे थे। विधान भवन पहुंचने से पहले ही पुलिस ने रास्ते में इन सबको रोका।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सपा विधायकों ने विधान भवन के बाहर सड़क पर रसोई गैस सिलिंडर और कोरोना आपदा के दौरान आक्सीजन की कमी दर्शाती तख्तियां लेकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए। विधान परिषद सदस्य आनंद भदौरिया, आशुतोष सिन्हा व अन्य सरकार विरोधी नारे लिखीं तख्तियां लेकर विधान भवन के गेट पर चढ़ गए। विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी व सपा के अन्य विधायकों ने पोस्टर तथा तख्तियां लेकर विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह प्रतिमा स्थल पर विरोध जताया। कांग्रेस के विधायक पोस्टर लहराते और नारे लगाते हुए विधान भवन परिसर में गेट नंबर सात से दाखिल हुए। बसपा के सदस्य भी सरकार विरोधी नारे लिखे पोस्टर के साथ विधान भवन पहुंचे।
विधान परिषद के अंदर भी विपक्ष के तेवर बरकरार रहे। विधान परिषद में शोक प्रस्ताव पेश किये जाने के दौरान सपा सदस्यों ने सभापति के आसन के सामने आकर नारेबाजी की। विपक्ष के शोरशराबे और हंगामे के कारण सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह को सदन की कार्यवाही एक से ज्यादा बार स्थगित करनी पड़ी। मानसून सत्र के पहले दिन विधान सभा में भाजपा के छह दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। नेता सदन के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन को राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री तथा मुजफ्फरनगर की चरथावल सीट से विधायक रहे विजय कुमार कश्यप, लखनऊ पश्चिम के विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव, सलोन (रायबरेली) के विधायक दल बहादुर कोरी, नवाबगंज (बरेली) के विधायक केसर सिंह, औरैया के विधायक रमेश चंद्र दिवाकर और अमापुर (कासगंज) के विधायक रहे देवेंद्र प्रताप सिंह के दिवंगत होने की सूचना देने के साथ उन्हें अपनी और भाजपा की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले प्रदेशवासियों और दूसरों की जान बचाने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले कोरोना योद्धाओं को भी श्रद्धासुमन अर्पित किए। बुधवार तक के लिए कार्यवाही स्थगित रू नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चैधरी, बसपा नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली, कांग्रेस विधानमंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना, अपना दल (एस) की लीना तिवारी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर ने भी दिवंगत सदस्यों के साथ कोरोना से जान गंवाने वाले नागरिकों, कोरोना योद्धाओं और मीडिया कर्मियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सभी के उद्गारों से खुद को संबद्ध करते हुए दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। सदन ने श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट का मौन धारण किया। इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी।

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