परिचालक पर 1.40 लाख रुपये यात्री भाड़ा विभाग में न जमाकर स्वयं रख लेने का आरोप आजमगढ़। परिवहन निगम विभाग जहां अपनी आमदनी बढ़ाने पर जोर दे रहा। वहीं विभागीय अधिकारी और कर्मचारी ही विभाग को चुना लगा रहे। ऐसा ही एक मामला जांच में प्रकाश में आया। जिसमें रोडवेज बस का परिचालक 1.40 लाख रुपये यात्री भाड़ा विभाग में न जमाकर स्वयं रख लिया था। इस तरह का गोलमाल उजागर होने पर परिचालक को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उससे धन की रिकवरी भी कर ली गई है। परिवहन निगम विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक अतुल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि निलंबित परिचालक विनय गुप्ता है। वह आंबेडकर नगर डिपो में परिचालक के पद पर तैनात है। कोरोना संक्रमण की वजह से रोडवेज की ज्यादातर बसों का संचालन नहीं हो सका। ऐसे में जो बसें चल रही थीं। उनसे इनकम पर विशेष ध्यान देने को कहा गया था। कई परिचालकों ने इस मामले में बेहतर काम भी किया है। लेकिन आंबेडकर नगर डिपो में तैनात परिचालक विनय गुप्ता की नियमित ड्यूटी लगाई गई थी। वह प्रतिदिन डिपो से बस लेकर अलग-अलग मार्ग पर सवारी लेकर जा रहा था। इस दौरान जो भी इनकम होती थी। उसे विभाग में न जमा करके स्वयं अपनी जेब में रख लेता। आरएम ने बताया कि बसों के संचालन के मुताबिक इनकम कम होने की जानकारी मिली तो जांच कराई गई। इस दौरान सभी कंडेक्टरों का हिसाब तो ठीक मिला, लेकिन विनय गुप्ता का हिसाब नहीं मिल रहा था। गहनता से जांच करने पर पता चला कि विनय गुप्ता द्वारा करीब 1.40 लाख रुपये का गबन किया गया है। परिचालक की लापरवाही उजागर होने पर उसे निलंबित कर दिया गया। साथ ही उससे धन की रिकवरी भी कर ली गई है।