बरेली में जिला पंचायत सदस्य प्रियंका यादव के चुनाव को कोर्ट में दी चुनौती
बदायूं। समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत अध्यक्ष पद की दावेदार एवं पूर्व विधायक सिनोद कुमार शाक्य उर्फ दीपू की पत्नी सुनीता शाक्य के खिलाफ जिला पंचायत की महिला सदस्य के अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में सुनीता शाक्य के पति सहित पांच अज्ञात लोग भी शामिल किये गये हैं। अपहृता के पति की ओर से व एसएसपी के निर्देश पर उसावां थाना पुलिस ने यह कार्रवाई अमल में लाई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि थाना उसावां इलाके के राजानगला गांव निवासी अनिल कुमार की ओर से दर्ज मुकदमे के मुताबिक अनिल पत्नी अरुना के साथ दवा लेने 27 जून को उसावां जा रहा था। रास्ते में सफेद रंग की दो गाड़ियां आकर रुकीं। गाड़ियों में सुनीता शाक्य के अलावा उनके पति व चार-पांच अज्ञात लोग थे। इन्होंने मिलकर अरुना का अपहरण कर लिया। मुकदमे के मुताबिक अरुना वार्ड 41 रिजोला से जिला पंचायत सदस्य हैं और जबरन वोट डलवाने के लिए यह अपहरण हुआ है। पति को अरुना की जानमाल का खतरा भी लग रहा है। पुलिस ने तुरंत घटना का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। एसओ प्रकाश सिंह ने बताया कि महिला जिला पंचायत सदस्य की तलाश की जा रही है।जिला पंचायत के वार्ड 43 से निर्वाचित प्रियंका यादव के चुनाव को भाजपा समर्थित प्रत्याशी कमलेश यादव ने अदालत में चुनौती दे दी है। जिला जज रेणु अग्रवाल की अदालत ने वार्ड 43 की भाजपा समर्थित प्रत्याशी कमलेश यादव की चुनाव याचिका को स्वीकार कर सुनवाई को 26 जुलाई की तारीख नियत की है। जिला पंचायत चुनाव में सपा समर्थित प्रियंका यादव से पराजित हुईं भाजपा समर्थित प्रत्याशी कमलेश यादव ने अपने अधिवक्ता के द्वारा जिला जज की अदालत में चुनाव याचिका दायर की है। प्रत्याशी कमलेश यादव का आरोप है कि मतगणना कर्मियों ने जिला पंचायत के वार्ड 43 के बूथ संख्या 88 और 255 के 2,385 मतों की गिनती नहीं की। मतगणना में धांधली करके सपा समर्थित प्रियंका यादव को विजयी घोषित कर दिया। कमलेश यादव ने विजयी प्रत्याशी प्रियंका यादव के शपथग्रहण, वित्तीय व प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगाने की अदालत से गुहार की है।