राम नाम पर लूटे एक करोड़

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रामजन्म भूमि ट्रस्ट की फर्जी वेबसाइट बनाकर 500 लोगों से ठगी
नोएडा। रामजन्म भूमि ट्रस्ट अयोध्या के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी करने वाले गिरोह का साइबर क्राइम टीम ने खुलासा किया है। आरोपी फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से चंदा मांगते थे। आरोपियों ने अब तक लगभग एक करोड़ रुपये की ठगी की थी। सोमवार को अशोक नगर के पास नोएडा-दिल्ली बॉर्डर से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पांचों की पहचान न्यू अशोक नगर दिल्ली निवासी आशीष गुप्ता, नवीन कुमार, सुमित कुमार, अमित झा और सूरज गुप्ता के रूप में हुई है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पांच मोबाइल, लैपटॉप, 2 सिम कार्ड, 50 आधार कार्ड, 2 थंब इंप्रेशन मशीन बरामद किए गए हैं।
पुलिस के मुताबिक पांचों आरोपियों ने रामजन्म भूमि ट्रस्ट के नाम पर फर्जी वेबसाइट बना कर लोगों से चंदे के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे थे। इस मामले में मंदिर ट्रस्ट की तरफ से रामजन्म भूमि थाना, अयोध्या में आईटी एक्ट में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। छानबीन के बाद साइबर क्राइम, सेक्टर-36 नोएडा पुलिस की टीम ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि अब तक 500 से अधिक लोगों से चंदे के नाम पर ठगी की है और करीब एक करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया है। पुलिस आरोपियों के बैंक अकाउंट का पता लगा रही है और फर्जीवाड़े के पैसे कहां खर्च किए, उसके बारे में जानकारी प्राप्त कर रही है।
ठगी करने वाले आरोपियों को सेक्टर-36, नोएडा स्थित साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडेय की टीम ने गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर विनोद पांडेय ने बताया कि कुछ दिन पहले ही इस मामले में कुछ सुराग मिले थे। इसके बाद पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले का पर्दाफाश किया।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि इन आरोपियों ने दो महीने पहले श्री रामजन्म भूमि क्षेत्र के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाई थी। इस वेबसाइट पर जाकर कोई भी स्वेच्छा से दान दे सकता था। इसमें पैसे जमा करने के तीन विकल्प दिए गए थे। लोग या तो पेटीएम से पैसे ट्रांसफर कर सकते थे या एचडीएफसी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अकाउंट में पैसे डाल सकते थे।
साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि गिरफ्तार आशीष गुप्ता इस गिरोह का सरगना है। आशीष नोएडा स्थित मदरसन कंपनी में काम करता था। बीए पास आशीष तकनीक का अच्छा जानकार है और वह कंपनियों की वेबसाइट डिजाइन करता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों से हुई थी। जिसके बाद उसने रामजन्म भूमि मंदिर ट्रस्ट की फर्जी वेबसाइट बनाकर ठगी की साजिश रची थी।

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