कार्यसमिति के सदस्य राम इकबाल सिंह ने कहा कि कोविड की पहली लहर से नहीं लिया गया कोई सबक इसलिए बढ़ी मौतें लखनऊ। उप्र में अपनी ही सरकार पर भाजपा नेता हमला बोलते नजर आ रहे हैं। विधायक कोरोना के चलते हो रही मौतों को देखते हुए योगी सरकार के कोविड-19 प्रबंधन पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। इसके चलते वह कई बार नाराजगी भी व्यक्त कर चुके हैं। इन भाजपा नेताओं का दावा है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान हर गांव में कम से कम 10 लोगों की मौत हुई है क्यों पहली लहर से कोई सबक नहीं लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूपी भाजपा कार्यसमिति के सदस्य राम इकबाल सिंह ने कहा स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 की पहली लहर से कोई सबक नहीं लिया है। जिसके कारण दूसरी लहर में बीमारी के चलते बड़ी संख्या में मौत हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान राज्य सरकार के हर गांव में कम से 10 लोगों की मौत हुई हैं। इससे पहले मई में भाजपा के सीतापुर शहर विधायक राकेश राठौर यूपी में सत्तारुढ पार्टी के सांसदों की सूची में शामिल हो गए थे। उन्होंने भी प्रदेश सरकार के कामकाज को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा था कि उन्हें बोलने के लिए देशद्रोह के आरोप का डर है। मई में ही केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री से बरेली की स्थिति के बारे में शिकायत की थी। सीएम को लिखे पत्र में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के कामकाज पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि अधिकारी कॉल नहीं उठाते हैं और सरकारी स्वासथ्य केन्द्र जिला अस्पताल से मरीजों को रेफर के लिए वापस भेज देते हैं। अप्रैल में यूपी के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने गोपनीय पत्र सीएम को लिखा था जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इस पत्र में कानून मंत्री ने प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों पर निशाना साधा था। उन्होंने शिकायत की थी कि कोरोना वायरस रोगियों के लिए बिस्तर कम हो रहे थे और राज्य की राजधानी में एंबुलेंस आने में घंटों लग रहे हैं।