ऑक्सीजन न मिलने पर ड्रग विभाग के अफसरों को जिंदा जलाने की कोशिश

Youth India Times
By -
0


लखनऊ। लखनऊ के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से अब जनता का सब्र टूटने लगा है। सोमवार को लोगों की भीड़ ने आलमबाग औद्योगिक इलाके में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर हमला कर दिया। भीड़ ने उन्हें घेरकर जिंदा जलाने की कोशिश की। हालांकि, अफसर किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब रहे।
ऑक्सीजन की कमी से परेशान कोरोना मरीजों के परिवारीजन का सब्र जवाब देने लगा है। सोमवार को तालकटोरा औद्योगिक इलाके में ऑक्सीजन सिलेंडर न मिलने से गुस्साई भीड़ ने गैस गोदाम के बाहर ड्रग विभाग के अधिकारियों को घेर लिया और हंगामा करने लगे। आरोप है कि इन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की गई। अफसरों ने प्लांट के पीछे के रास्ते से भागकर जान बचाई। वहीं, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर का कहना है कि ड्रग विभाग के अधिकारी सुरक्षित हैं। इंस्पेक्टर समेत पीएसी मुस्तैद कर दी गई है।
जानकारी अनुसार दोपहर दो बजे अवध ऑक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड गोदाम के बाहर 200 से अधिक लोगों की भीड़ थी। इस दौरान ड्रग विभाग के इंस्पेक्टर और उच्च अधिकारी पहुंचे। भीड़ ने उन्हें यह कहते हुए सुना कि सीधे किसी को सिलेंडर नहीं मिलेगा, जिसे चाहिए वह हॉस्पिटल से संपर्क करें। यह सुनते ही सुबह से खड़े लोग आक्रोशित हो गए और अधिकारियों को घेर लिया। करीब एक घंटे बाद अधिकारी किसी तरीके जान बचाकर भागे। हंगामे की सूचना पाकर पुलिस टीम को भेजा गया। प्लांट मालिक राजाजीपुरम निवासी राजीव बंसल ने भी स्थिति को नियंत्रित बताया। बाद में लोगों को गैस मिलने लगी।
निरीक्षण के दौरान भीड़ ने घेर लिया था
ड्रग इंस्पेक्टर माधुरी सिंह के मुताबिक ड्रग इंस्पेक्टर बृजेश कुमार एवं असिस्टेंट कमिश्नर लखनऊ मंडल मनोज कुमार बलरामपुर हॉस्पिटल की ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने से प्लांट का निरीक्षण करने गए थे। आरोप लगाया कि इस दौरान भीड़ ने टीम के लोगों को जिंदा जलाने की कोशिश की। इस दौरान वहां दो ही सिपाही थे, जो चुपचाप हंगामा देख रहे थे। टीम ने कमिश्नर और ज्वाइंट कमिश्नर को मामले की जानकारी दी। इसके डेढ़ घंटे बाद फोर्स भेजी गई।
सभी प्लांट पर अतिरिक्त पुलिस तैनात
बवाल के बाद पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर पीएसी की टुकड़ी प्लांट के बाहर तैनात की गई। डीके ठाकुर के मुताबिक सभी प्लांट पर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। ड्रग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्लांट पर अतिरिक्त पुलिस लेकर ही निरीक्षण के लिए जाएं।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)