गैंगरेप की घटना को दबाने वाले चौकी इंचार्ज और सिपाही सस्पेंड

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युवती ने थाने पहुंचकर सुनाई थी दरिंदगी की दास्तां

गोरखपुर। गैंगरेप की वारदात को दबाने की कोशिश करने के मामले में एसएसपी ने चौकी इंचार्ज बृजेश यादव और सिपाही धर्मेन्द्र कुमार को सस्पेंड कर दिया है तथा इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया। वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर पीड़िता की पहचान उजागर करने के मामले में सपा नेता सहित तीन लोगों पर भी मुकदमा दर्ज कर शाहपुर पुलिस ने विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल मंगलवार की रात शाहपुर पुलिस ने गैंग रेप जैसी वारदात को ही पी जाने की कोशिश की। पीड़िता ने रात में ही चौकी पर पहुंच कर चौकी इंचार्ज बृजेश यादव सहित अन्य पुलिस कर्मियों को पूरी घटना की जानकारी दी। पुलिसवालों ने बयान का वीडियो बनाया और युवती को उसके घर पहुंचा दिया। बताया जा रहा है कि इस वारदात की खबर उन्होंने अपने अफसरों को नहीं दी। मंशा साफ थी कि गैंगरेप की वारदात सामने न आए। पर बुधवार को पीड़िता का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आ गया जिसके बाद एसएसपी ने इसे संज्ञान लिया।
एडीजी अखिल कुमार आईजी राजेश डी मोडक भी शाहपुर थाने पहुंच गए। जांच में पता चला कि चर्चिल अधिकारी, आफताब आलम और आशीष नामक व्यक्ति युवती को लेकर चौकी पर गए थे। उन्हीं के सामने युवती ने अपना बयान दिया और इन लोगों ने वीडियो भी बनाया। वहीं चौकी इंचार्ज ने घटना की जानकारी अफसरों को नहीं दी। इस बड़ी लापरवाही पर एसएसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। वहीं चौकी इंचार्ज और सिपाही के खिलाफ 166 ए की एफआईआर भी दर्ज कराई है।
एसएसपी जोगेन्द्र कुमार ने बताया कि शाहपुर में रेप के मामले की वीडियो वायरल होने की जैसे ही जानकारी हुई एसपी सिटी, एसपी क्राइम और एसएचओ महिला थाना के साथ मौके पर पहुंचने पर मौका-ए वारदात का निरीक्षण किया। डीएम को घटना की जानकारी दी और जिला प्रोबेशन अधिकारी को तत्काल मौके पर बुलाया गया। बाल संरक्षण अधिकारी डा. सुमन शुक्ला, वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर पूजा पाण्डेय को बुलाया गया। पीड़ित का बयान बाल संरक्षण अधिकारी डा. सुमन शुक्ला, एसचओं महिला थाना और वन स्टॉप सेंटर की मैनेजर पूजा पाण्डेय के द्वारा लिया गया। पीड़िता बार-बार बयान बदल रही थी इसलिए पुलिस ने इन लोगों को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। पीड़िता और उसकी मां को लिखना नहीं आता है इसलिए पूजा पांडेय ने ही उनके बयान के आधार पर तहरीर लिखी। तहरीर के अधार पर पुलिस ने 342, 376 डी और पाक्सो एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की है।
पीड़िता का मेडिकल कराने के लिए सीएमओ ने मेडिकल टीम गठित कर दी है। मेडिकल कराने के साथ ही मजिस्ट्रेट के सामने 164 का बयान दर्ज कराने की भी तैयारी पुलिस ने शुरू कर दी है।
मंगलवार की रात हड़वा फाटक चौकी के अंदर पीड़िता का बयान वाला वीडियो बनाया गया था। जांच में पता चला है कि उस वक्त चौकी इंचार्ज और एक सिपाही के अलावा चर्चिल अधिकारी, आफताब आलम और आशीष नामक व्यक्ति मौजूद थे। इन्हीं लोगों ने वीडियो बनाया और बुधवार को इसे वायरल कर दिया। एसएसपी ने चौकी इंचार्ज और सिपाही के ऊपर 166 आईपीसी की धारा में केस दर्ज कराया है। इस धारा का आशय किसी लोक सेवक द्वारा किसी व्यक्ति को क्षति पहुंचाने की आशय से कानून की अवज्ञा करना होता है।
पुलिस ने रेप के आरोपित को पकड़ भी लिया है। बताया जा रहा है कि उसने युवती को बीयर पिलाई थी। पुलिस ने उसके साथियों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। पूछताछ में कुछ नाम सामने आए हैं उनकी तलाश में पुलिस की टीम दबिश दे रही है। यह सभी आरोपित शाहपुर इलाके के ही बताए जा रहे हैं।

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