एसटीएफ की रडार पर कई हिस्ट्रीशीटर
प्रगयाराज। मुन्ना बजरंगी के शूटर अब नैनी के एक सफेदपोश माफिया से जुड़ गए हैं। सूबे के सबसे बड़े नैनी सेंट्रल जेल के पास पनाह लेने लगे हैं। नैनी जेल से झारखंड जेल तक इसके तार जुड़े हैं। जेल में बंद माफिया सुपारी ले रहे हैं। सेटिंग होने के बाद मुन्ना बजरंगी के शूटर नैनी में आकर शरण लेते हैं। इसके बाद वारदात को अंजाम देते हैं। इसका खुलासा होने के बाद प्रयागराज एसटीएफ पनाह देने वाले सफेदपोश माफियाओं पर शिकंजा कसने लगी है। दिलीप मिश्र समेत कई हिस्ट्रीशीटर अब एसटीएफ के रडार पर हैं।क्राइम ब्रांच ने नैनी क्षेत्र से एक लाख इनामी शूटर नीरज सिंह को सफेदपोश माफिया दिलीप मिश्र के स्कूल से गिरफ्तार किया था। दिलीप मिश्र पर ही आरोप था कि उसने नीरज सिंह को पनाह दिया था। कुछ दिन पहले एसटीएफ ने मुन्ना बजरंगी के शूटर वकील पांडेय और अमजद को नैनी में हुई मुठभेड में मार गिराया था। एसटीएफ ने दावा किया था कि दोनों शूटर अब दिलीप मिश्र के लिए काम करने लगे थे। उसी के कहने पर यमुनापार में दो सफेदपोश की हत्या की साजिश रची थी। इससे पूर्व भी एसटीएफ ने मुन्ना बजरंगी के शूटर को नैनी में ही मुठभेड़ में मारा था। इसके अलावा अब एक और खुलासा हुआ है। सूत्रों की माने तो मिर्जापुर में ठेकेदार राजेश यादव की कुछ माह पूर्व बाइक सवार शूटरों ने हत्या की थी। पता चला था कि रांची जेल में बंद एक माफिया ने दोनों शूटरों को हत्या के लिए भेजा था। वारदात को अंजाम देने से पहले मुन्ना बजरंगी के दोनों शूटर नैनी के एक हिस्ट्रीशीटर के यहां शरण लिए थे। मिर्जापुर पुलिस ने नैनी के हिस्ट्रीशीटर को कुछ दिन पहले उठाया था लेकिन एक शूटर के पकड़े जाने के बाद उसे छोड़ दिया। सीओ एसटीएफ नवेंदु सिंह ने बताया कि शूटरों को पनाह देने वाले सफेदपोश व माफियाओं पर नजर रखी जा रही है।