अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल द्वारा जिलाधिकारी को पत्रक देकर चौकियामोड़ से तेंदुआ तक की गई सड़क बनवाने की मांग
By -Youth India Times
Monday, March 01, 2021
0
Report By- Ashok jaiswal
बलिया। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के बिल्थरारोड अध्यक्ष प्रशांत कुमार मंटू की अगुवाई में व्यापारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को एक पत्रक देकर तहसील क्षेत्र के चौकियामोड़ से तेंदुआ गांव की जर्जर मार्ग को अविलंब बनवाने की अपील की है। जनपद के बिल्थरारोड तहसील अंतर्गत चौकियामोड़ से तेंदुआ गांव तक लगभग साढ़े चार किमी सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। सड़क की हालत यह है कि उस रास्ते से गुजरने के पहले लोगों को अपने सुरक्षा के प्रति कई बार सोचने को मजबूर होना पड़ता है। स्थिति यह है कि सड़क की स्थिति देखकर यह समझ में नहीं आता है कि सड़क में गड्ढे पड़े हैं कि गड्ढे में ही सड़क है। जर्जर मार्ग के चलते आए दिन दुर्घटना आम बात हो गई है। बिल्थरारोड नगर का व्यवसाय आसपड़ोस के ग्रामीणों पर निर्भर है। एक तो पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन बंद होने से व्यापार पहले से ही ठप्प है वहीं सड़क की इस स्थिति से आसपड़ोस के ग्रामीण भी बिल्थरारोड नगर आना छोड़ दिए हैं जिससे व्यापारियों की कमर ही टूट गई है। सड़क बनने को लेकर जनप्रतिनिधियों द्वारा कई बार दी गई समयावधि के बीतने के चलते भी लोगों का इस मामले में उन पर से विश्वास उठ चुका है। इन सभी मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के बिल्थरारोड अध्यक्ष के नेतृत्व में व्यापारियों के एक दल ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच कर सड़क बनाने की मांग सम्बंधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने लिखा है कि बिल्थरा रोड अंतर्गत चौकिया मोड़ से तेंदुआ तक रोड पूरी तरीके से छतिग्रस्त टूट चुका है। उक्त रोड के न बनने से बेल्थरा रोड का व्यापार पूरी तरीके से ध्वस्त हो चुका है। उक्त रोड पर हजारों लोग प्रतिदिन आवागमन करते हैं जिस पर तमाम औद्योगिक प्रतिष्ठान एवं तहसील परिसर भी उक्त रोड पर स्थित है। वहां आए दिन दुर्घटना होती रहती है। व्यापारियों ने जिलाधिकारी से जनहित को ध्यान में रखते हुए तत्काल रोड के विषय का संज्ञान लेकर त्वरित कार्यवाही एवं उचित माध्यम से रोड को बनवाने की पुरजोर मांग की है। पत्रक देने वालों में व्यापार मंडल के बिल्थरारोड अध्यक्ष प्रशांत कुमार मंटू के अलावा सुनील कुमार टिंकू, विनोद शर्मा, सतीश चंद्र वर्मा, धर्मेन्द्र सोनी आदि प्रमुख रहे।