आजमगढ़ : जानलेवा साबित हो सकते हैं मच्छर जनित रोग, ऐसे खुद को रखें सुरक्षित

Youth India Times
By -
0

मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए साफ सफाई जरूरी
बाजार के खुले खाद्य पदार्थों से करे परहेज
आजमगढ़। यूपी में बुखार जानलेवा साबित हो रहा है। जिले में भी तेजी से बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। मच्छर जनित रोगों से बचने का एक मात्र तरीका स्वच्छता है। लोग स्वच्छता अपनाकर तथा पौष्टिक आहार का सेवन कर मौसमी बीमारियों के साथ ही मच्छर जनित बीमारियों से बच सकते है। लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। 
आजमगढ़ के सिधारी के रहने वाले एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मोहम्मद आसिफ के मुताबिक इस समय मच्छरों के प्रकोप से मलेरिया, डेंगू आदि बीमारियों का खतरा बढ़ा हुआ है। लोग तेजी से बुखार की चपेट में आर रहे है। हम मच्छरों मच्छरों से बचाव कर व इनके प्रजनन को रोक मच्छर जनित बीमारियों से निजात पा सकते हैं। 
क्या है डेंगू
डॉ. मोहम्मद आसिफ बताते हैं कि बरसात का मौसम आते ही डेंगू का खतरा बढ़ जाता है। यह मच्छर जनित वायरल बीमारी है। एडिज नामक मच्छर के काटने से लोग डेंगू के शिकार होते है। यह मच्छर साफ पानी में ज्यादा दिखते हैं। मच्छर काटने के 3 से 5 दिन बाद बीमारी का लक्षण दिखाई देता है। 
डेंगू के लक्षण 
सिर में तेज दर्द, मसल पेन, जोड़ों में दर्द, तेज बुखार, शरीर में ठंड लगने जैसी कंपकंपाहट, ज्यादा पसीना आना, कमजोरी, थकान, भूख में कमी, मसूड़ों से खून आना और उल्टी डेंगू का प्रमुख लक्षण है। कभी कभी शरीर पर दाने भी दिखाई देते हैं। वहीं कुछ लोगों में आंखों के पास दर्द, ग्रंथियों में सूजन, रैशेज जैसी दिक्कत भी देखने को मिलती है। कुछ मामलों में डेंगू जानलेवा भी हो सकता है। गंभीर मामलों में ब्लड वेसल्स डैमेज हो सकते हैं और प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में सांस लेने में दिक्कत होती है। बेचैनी महसूस होती है और लगातार वोमिटिंग, यूरिन में ब्लीडिंग और अत्यधिक पेट दर्द भी हो सकता है।
डेंगू से बचाव-
डा. आसिफ के मुताबिक सावधानी ही डेंगू से बचाव का सबसे सरल माध्यम है। हम अपने घरों के आसपास गंदा पानी न एकत्र होनें दे। कूलर, बाल्टी आदि में पानी लंबे समय तक न रखें। कचरे के डिब्बे को हमेशा ढ़क कर रखें और किसी भी खाली बर्तन में पानी रखने से बचे पूरे शरीर को ढ़कने वाले कपड़े पहनें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। अगर कहीं आसपास गंदा पानी है तो उसमें जला हुआ मोबिल डालें।

क्या है मलेरिया-
मलेरिया भी मच्छर जनित रोग है। यह मादा एनिफिलीज मच्छर के काटने से होती है। बरसात के मौसम में इस बीमारी की चपेट में आने की संभावना बढ़ती है।
मलेरिया के लक्षण-
मलेरिया के आम लक्षणों में ठंड लगकर बुखार आना और बदन दर्द शामिल है। इसके अलावा, सांस लेने में दिक्कत, सिर दर्द, लिवर का बढ़ना, पेट दर्द, चक्कर, दस्त, एनीमिया, उल्टी आदि लक्षण भी मलेरिया के मरीजों में दिखते हैं। 
मलेरिया से बचाव-
मलेरिया से बचने के लिए साफ-सफाई पर ध्यान दें। आसपास पानी न इकट्ठा होने दें। नालियों में डीडीटी का छिड़काव करें या उन्हें ढककर रखे। साथ ही पौष्टिक आहार का सेवन करें। सिजनल सब्जी, फल आदि के सेवन से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसपर विशेष ध्यान दें। साथ बाजार के खुले पदार्थो के सेवन से बचें।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)