बारिश ने दशहरा पर्व का उत्साह किया फीका

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नहीं हो सके रावण का पुतला दहन
रिपोर्ट-आरपी सिंह
आजमगढ़। जिले में बुधवार की शाम अचानक शुरू हुई बारिश ने दशहरा पर्व का उत्साह फीका कर दिया। बरसात के चलते जगह जगह लगने वाले मेले में भीड़ नहीं दिखी कारण कि लोगों ने जलजमाव के चलते घरों से निकलने में परहेज किया। देर शाम थमी बारिश के बाद लोग मेले का आनंद लेने के लिए निकले जरूर लेकिन बस पर्व का कोरम पूरा हुआ। सबसे ज्यादा नुकसान फुटपाथ पर दुकान लगाकर रोजी रोटी कमाने निकले दुकानदारों को उठाना पड़ा। बारिश के चलते मेलों में होने वाली भीड़ न होने की वजह से फुटपाथ दुकानदारों के चेहरे बुझे नजर आए।
विजयदशमी के पर्व पर पारंपरिक रूप से रावण दहन को लेकर बारिश के चलते कई समस्याओं का लोगों को सामना करना पड़ा। शहर के पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में हनुमानगढ़ी रामलीला समिति के तत्वाधान में हर वर्ष की तरह इस बार भी रावण के पुतले को दहन के लिए लगाया गया था। लेकिन शाम को मूसलाधार बारिश के चलते रावण भीग जाने के चलते कार्यक्रम में व्यवधान पड़ गया। जिसके चलते रावण दहन का कार्यक्रम घंटों विलंब से करना पड़ा। बड़ी मुश्किल से बारिश के बीच भगवान राम ने रावण के पुतले में आग लगाई। हालांकि बारिश के चलते इस बार पुरानी सब्जी मार्ग पर परंपरागत रूप से राम व रावण का युद्ध नहीं हो सका। रावण के पुतले के दहन के साथ ही भगवान राम की विजय रथ यात्रा निकाली गई। भारी बारिश के बीच परंपरागत रूप से होने वाले राम रावण युद्ध हुआ रावण दहन के कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में लोग जुटे हुए थे और उनका जोश भी बरकरार था हालांकि जगह जगह पानी जाने के चलते दिक्कतों का भी उनको सामना करना पड़ा।
फूलपुर तहसील क्षेत्र में गावों के चट्टी-चौराहों पर दर्जनों जगह रामलीला का कार्यक्रम होता है। दशहरे का मेला भी लगता है। फूलपुर नगर में रामलीला मैदान में समयानुसार रामलीला का कार्यक्रम होता है,जिसमें कलाकारों द्वारा राम-रावण युद्ध पर आधारित विभिन्न पात्रों का रूप धारण कर उनके द्वारा उस समय किये हुए कार्याे का प्रदर्शन किया जाता है। नौ दिन चलने वाली रामलीला के बाद विजयादशमी के दिन राम-रावण सेना का युद्ध प्रदर्शन के साथ ही मेला लगता है। बुधवार को दशहरा पर्व पर शाम करीब 6 बजे अचानक शुरू हुई बारिश ने मेले का आनंद फीका कर दिया। बारिश के चलते फूलपुर कस्बे में रावण का पुतला नही जलाया जा सका।

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